बिहार / नवादा में बाप-बेटे की कोरोना से हुई मौत, पूरे मोहल्ले में मचा हड़कंप
By: Pinki Mon, 29 June 2020 08:56:16
बिहार के नवादा जिले में कोरोना की वजह से पिता-पुत्र की मौत हो गई है। जिसके बाद पूरे मोहल्ले में हड़कंप मच गया है। एहतियातन मोहल्ले वालों ने अपने आप को सेल्फ क्वारेंटिन कर लिया है। वार्ड पार्षद के निर्देश पर सभी दुकानें को अविलंब बंद करा दिया गया। लोगों ने खुद से ही अपने गलियों को सील कर दिया। इलाके में हर व्यवसायिक प्रतिस्ठान बंद हो गए हैं। शहर के राजेंद्र नगर मोहल्ले में रहने वाले कोरोना पीड़ित अशोक प्रसाद की इलाज के दौरान पटना में मौत हो गई। उससे पहले उसके बेटे की मौत कोरोना की वजह से हुई थी। 18 जून को कोरोना से अशोक प्रसाद के 22 वर्षीय पुत्र राजीव कुमार की पटना में इलाज़ के दौरान मौत हुई थी। वहीं, रविवार को 58 वर्षीय अशोक प्रसाद की भी इलाज के दौरान पटना में ही मौत हो गई। लगातार दो मौत मौत की सूचना मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया है।
अब तक 11 लोग मिल चुके संक्रमित
राजेन्द्र नगर मोहल्ला निवासी अशोक प्रसाद के पुत्र की मौत के बाद उनके संपर्क में आए सभी लोगों का सैंपल लिया गया था। उनके परिवार के कुल 5 सदस्य और 4 दोस्त समेत मोहल्ले से अबतक कुल 11 लोग पॉजिटिव निकल चुके हैं। इनमें अशोक प्रसाद भी शामिल थे। अचानक अशोक प्रसाद की तबियत बिगड़ने पर उन्हें नवादा में इलाज के लिए सदर अस्पताल में लाया गया, जहां से बाद में उन्हें पावापुरी मेडिकल अस्पताल रेफर किया गया था। वहां हालात बिगड़ने पर उन्हें पटना रेफर किया गया। इलाज के दौरान रविवार सुबह उनकी मौत हो गयी। उनके प्लेटलेट्स की संख्या काफी कम हो गयी थी। नवादा सिविल सर्जन विमल प्रसाद सिंह ने आज उनकी मौत की पुष्टि की।
पूरे मोहल्ले को सील का आदेश
नवादा जिला अधिकारी यशपाल मीणा एवं अन्य प्रशासन के आला अधिकारी एवं पुलिस की टीम ने पूरे मुहल्ला को सील करने का आदेश दिया। उस पूरे मुहल्ले को कनटेंमेंट जोन घोसित कर दिया है। साथ ही साथ मोहल्ले के सभी एंट्री एवं एग्जिट प्वाइंट को सील करते हुए सभी जगहों पर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस बल तैनात करने के आदेश दिए गए हैं। नवादा जिलाधिकारी यशपाल मीणा ने नवादा सिविल सर्जन को आदेश दिया कि पूरे मोहल्ले में डोर टू डोर कैंपेन चला कर इलाके में संदिग्धों की पहचान की जाए। पूरे वार्ड को लगातार सैनेटाइज करने का निर्देश भी दिया है। इसके साथ ही उन्होंने सभी लोगों से यह अपील की अगर किसी में कोरोना के लक्षण नजर आते है तो वह तुरंत प्रभाव से जांच के लिए सदर अस्पताल जरूर जाएं। ऐसा करने पर ही कोरोना के मरीजों को निकाला जा सकता है।