क्या विमान में सफर के लिए जरूरी है आरोग्य सेतु ऐप, मंत्रालय ने जवाब में कही ये बात
By: Pinki Sun, 24 May 2020 1:20:23
कोरोना वायरस संकट के बीच देश में 25 मई से एक बार फिर घरेलू उड़ानों की सेवा शुरू हो रही है। यात्रा के दौरान खास कोरोना प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य होगा और जरूरी सतर्कता लोगों को बरतनी होगी। ऐसे में लोगों के मन में एक सवाल उठ रहा है कि क्या यात्रा के दौरान आरोग्य सेतु ऐप (Arogya Setu App) फोन में होना अनिवार्य है। ऐसे में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने आरोग्य सेतु की अनिवार्यता को लेकर स्पष्टीकरण दिया है।
यात्रियों के पास होंगे दो विकल्प
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने साफ किया है कि घरेलू उड़ानों से जाने वाले यात्रियों के सामने दो विकल्प होंगे। अगर यात्री ग्रीन जोन से आता है तो उसे अपने कोरोना निगेटिव होने की रिपोर्ट दिखानी होगी। टेस्ट हाल ही में कराया गया होना चाहिए ऐसे में अगर उसके पास रिपोर्ट है तो यात्री बिना आरोग्य सेतु ऐप के भी यात्रा कर सकता है लेकिन अगर रिपोर्ट नहीं है तो ऐसी स्तिथि में यात्री के फोन में आरोग्य सेतु ऐप अनिवार्य होगा। बिना आरोग्य सेतु ऐप के यात्री को विमान में सफर की अनुमति नहीं होगी।
बता दे, दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से पहली फ्लाइट सुबह 4:30 बजे पर उड़ान भरेगी। इस शुरुआत के पहले चरण में 2800 उड़ानों को प्लान किया गया है। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) के सीईओ विदेह कुमार जयपुरिया ने घरेलू उड़ानों को लेकर यात्रियों को एयरपोर्ट पर किस तरह के नियमों का पालन करना है इसकी जानकारी दी।
उन्होंने शनिवार को बताया कि पहली फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट से सोमवार को सुबह 4:30 बजे उड़ान भरेगी। एक दिन में 190 प्रस्थान और 190 उड़ानों का आगमन होगा।
उन्होंने कहा कि शुरुआत में प्रस्थान और आगमन वाली उड़ानों में 20-20 हजार यात्री हैं। 50 से 55% के रेंज में बुकिंग हो रही है।
विदेह कुमार जयपुरिया ने कहा कि यात्री आरोग्य सेतु एप ज़रूर डाउनलोड कर लें, ये ज़रूरी है। अगर किसी वजह से ये सम्भव नहीं हो पाता तो वहीं पे उपलब्ध एक सेल्फ़ डिक्लेरेशन फॉर्म भर कर आप बता सकते हैं कि आप कोविड-19 संक्रमित नहीं हैं।
उन्होंने आगे कहा कि यात्रियों को अपने सामान पर अपना नाम, पीएनआर नंबर एक पेपर पर लिखकर रखना होगा।
सुरक्षा जांच के लिए रुकना जरूरी नहीं होगा, सिर्फ अपने सामान को स्कैनिंग के लिए रखना होगा।
DIAL के सीईओ ने कहा कि एयरपोर्ट के स्टाफ को तीन श्रेणी में बांटा गया है। पहला लो रिस्क, दूसरा मीडियम रिस्क और तीसरा हाई रिस्क। इसी आधार पर उन्हें पीपीई किट दिए जाएंगे।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय जल्द ही नए सिरे से यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी करेगा, जिसमें घरेलू यात्राओं के संबंध में जानकारी दी जाएगी।
क्या कहती है सरकार की मौजूदा गाइडलाइन
- यात्रियों को फ्लाइट के वक्त से दो घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचना होगा।
- हर किसी को आरोग्य सेतु ऐप रखना जरूरी होगा।
- जिनकी फ्लाइट को चार घंटे हैं, उन्हें ही एयरपोर्ट पर एंट्री मिलेगी।
- यात्रियों को मास्क, ग्लव्स पहनना जरूरी। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी जरूरी।
- इसके अलावा एयरपोर्ट, विमान के कर्मचारियों को पीपीई किट पहनना होगा।
- फ्लाइट के अंदर भी कई तरह की सतर्कता बरती जाएगी।
- 20 किलो से कम सामान लाएं। सिर्फ़ एक लगेज बैग लाएं। हाथ में कोई केबिन बैग न लाएं। खाना घर से खा के आएं। फ़्लाइट में खाना नहीं मिलेगा। लेकिन पानी की बोतल हर सीट पर पहले से रखी मिलेगी।
- एयरपोर्ट पर हाथ सेनेटाइज़ करने के लिए ऐसी मशीन लगी है जिसे छूने की ज़रूरत नहीं होगी। सेंसर के माध्यम से ये काम करती है।
- दिल्ली एयरपोर्ट के T-3 टर्मिनल पर लगे कार्पेट में भी ऐसे केमिकल डाले गए हैं जिससे यात्रियों के जूते चलते समय ही सेनेटाइज़ हो जाएंगे।
राज्यों के साथ चल रही है बातचीत
सूत्रों के मुताबिक, नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से राज्यों के साथ घरेलू उड़ानें शुरू करने के संबंध में सहमति बनाई जा रही है। हवाई यात्रा की शुरुआत होने जा रही है। राज्यों भी सहयोग करने की बात कर रहे हैं।
आपको बता दे, शनिवार को नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लाइव हुए। इस दौरान उन्होंने लोगों के सवालों का जवाब दिया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि अगस्त-सितंबर से पहले हम इंटरनेशनल फ्लाइट्स सेवाएं शुरू कर सकते हैं। फ्लाइट शुरू करने से पहले कोरोना के हालात का आकलन किया जाएगा। पुरी ने बताया कि 25 मई से 33% घरेलू उड़ानें शुरू हो रही हैं। अभी जो आंकड़े आए हैं, उसके मुताबिक बुकिंग के पहले दिन काफी लोगों ने टिकट लिए हैं। फ्लाइट सेवा की काफी डिमांड है।