1950-53 में हुए कोरियाई युद्ध के बाद कभी नहीं मिले अमेरिका और उत्तर कोरिया के नेता

By: Pinki Tue, 12 June 2018 07:54:10

1950-53 में हुए कोरियाई युद्ध के बाद कभी नहीं मिले अमेरिका और उत्तर कोरिया के नेता

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन आज सिंगापुर के सेंटोसा द्वीप में ऐतिहासिक शिखर वार्ता के लिए मिले। ट्रंप और किम सेंटोसा द्वीप के कैपेला रिजॉर्ट में वार्ता के लिए रविवार को ही सिंगापुर पहुंच गए थे। मुलाकात के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उम्मीद है हम दोनों के संबंध अच्छे रहेंगे। उन्होंने कहा कि सबकुछ भुलाकर अब हम आगे बढ़ेंगे। इस दौरान किम जोंग उन ने कहा कि यहां तक पहुंचना आसान नहीं था। हमने सबकुछ भुलाकर यह मुलाकात की है।

बता दें कि आज होने वाली इस मुलाकात पर दुनिया भर की नजरें टिकी हुई हैं। 1950-53 में हुए कोरियाई युद्ध के बाद से अब तक अमेरिका और उत्तर कोरिया के नेता कभी नहीं मिले और न ही फोन पर बात की है।

ये है वार्ता का एजेंडा


अमेरिका चाहता है कि उत्तर कोरिया अपने मिसाइल एवं परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह से रोक दे, जबकि किम ने कहा है कि वह ट्रंप के साथ पूर्ण शांति स्थापित करने के तरीकों पर बातचीत करना चाहेंगे। इसके अलावा दोनों नेताओं के बीच उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच शांति समझौते को अंतिम रूप देने पर भी बातचीत हो सकती है। 1952 में दोनों कोरिया के बीच युद्ध विराम हुआ था लेकिन शांति समझौता नहीं हो पाया था।

वहीं मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि किम ने ट्रंप को जुलाई में दूसरी मुलाकात के लिए उत्तर कोरिया आने का न्योता दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर दोनों नेताओं की दूसरी वार्ता भी हो जाती है तो तीसरी मुलाकात वॉशिंगटन में होगी।

बता दें कि इस सदी की सबसे चर्चित शिखर वार्ता के तहत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग-उन सिंगापुर के सेंटोसा द्वीप में पहली बार मिल रहे हैं। एक-दूसरे को नेस्तनाबूद करने की कसमें खाने वाले कट्टर दुश्मन देशों के इन शीर्ष नेताओं पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हैं। क्योंकि इन दोनों नेताओं की हरकतों से न सिर्फ अमेरिका और उत्तर कोरिया बल्कि पूरे विश्व की सुरक्षा पर खतरा मंडराने लगा था। किम तीन पीढ़ियों में उत्तर कोरिया के पहले नेता हैं जो किसी अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात कर रहे हैं। इसी तरह ट्रंप पद पर रहते हुए किसी उत्तर कोरियाई शीर्ष नेता से मिलने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं।

अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजामों के बीच होने जा रहे इस बहुचर्चित शिखर सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को दोनों देशों के अधिकारियों ने मुलाकात की। दोनों पक्षों ने शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत के एजेंडो को लेकर मतभेदों को दूर करने की कोशिश की। बाद में कपेला होटल में एक संवाददाता सम्मेलन में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि अगर उत्तर कोरिया पूर्ण निरस्त्रीकरण पर राजी हो जाता है तो अमेरिका उसे पूरी सुरक्षा मुहैया कराने की गारंटी देने के लिए तैयार है।

कौन कहां ठहरा है


ट्रंप पांच सितारा शांगरिला होटल में ठहरे हैं जबकि किम उनसे आधे किमी की दूरी पर पांच सितारा सेंट रेजिस होटल में रुके हैं।

100 करोड़ रुपये का खर्च


सिंगापुर में ट्रंप-किम शिखर सम्मेलन पर लगभग 100 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। इसमें सुरक्षा खर्च भी शामिल है। यह पूरा खर्च सिंगापुर की सरकार वहन कर रही है।

इस बीच, ट्रंप ने सोमवार को सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग से मुलाकात की और उम्मीद जताई कि किम के साथ इस ‘अत्यंत दिलचस्प’ वार्ता के अच्छे नतीजे सामने आएंगे। लूंग के साथ इस्ताना पैलेस में लंच के बाद ट्रंप ने शानदार मेहमाननवाजी के लिए उनका शुक्रिया अदा किया। बता दें कि किम ने रविवार को ही लूंग से मुलाकात की थी।

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