अमेजन : खतरे में धरती, करीब 2 हफ्ते से जल रहा है दुनिया का सबसे बड़ा जंगल PHOTOS
By: Pinki Thu, 22 Aug 2019 4:02:16
पूरी दुनिया की 20 फीसदी ऑक्सीजन देने वाला अमेजन जंगल करीब 2 हफ्ते से जल रहा है। दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील के साओ पाओलो शहर के आस-पास आग ने विकराल रूप ले लिया है। अमेजन और रोंडानिया के राज्यों में लगी आग से निकलने वाली तेज हवाओं ने 2,700 किमी क्षेत्र को प्रभावित किया। हालत यह है कि साओ पाओलो शहर में मंगलवार को दिन में ही अंधेरा छा गया। इस रेन फॉरेस्ट में पहले भी कई बार आग लग चुकी है लेकिन इस बार ये मामला बेहद भयानक हो चुका है। पूरी दुनिया से लोग सोशल साइट्स पर यहां की फोटो और वीडियो शेयर कर रहे हैं। साथ ही सरकारों से इसे ठीक करने की अपील और जीव-जंतुओं के लिए दुआ कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इतने दिनों से भयानक आग लगने के बावजूद अभी तक इंटरनेशनल मीडिया ने इस मामले पर ध्यान नहीं दिया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लोग नाराज भी बताए जा रहे हैं।
अमेजन के जंगलों में 2013 के बाद से जनवरी और अगस्त के बीच आग लगने की घटनाओं में लगातार इजाफा हुआ है। 2019 में ही कई बार आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। पिछले साल, 2018 में अमेरिका के कैलिफोर्निया में भयंकर आग लगी थी, जिसमें 70 लोगों की मौत हो गई थी।
Our earth, our future 💔
— nefertari viviii (@novemberajax__) August 22, 2019
The source of 20% of world's oxygen, "The lungs of the planet" the Amazon is burning !!#PrayforAmazonas pic.twitter.com/RYE0JR9H17
When Notre Dame was burning the world stopped.Billionaires and politicians emptied their pockets to help rebuild.Meanwhile the amazon has been burning for three weeks. The difference is,we don't get to build a new earth.When it's gone,it's gone.#PrayforAmazonas #AmazonRainforest pic.twitter.com/F3zWoeYAkv
— Moosa Al Matrooshi (@Moosamatrooshi) August 22, 2019
🌾 rt this / with the ongoing crisis, here are some organizations you can donate to that help to protect the amazon rainforest:
— ً (@kdramarchive) August 22, 2019
🔗 https://t.co/jfHBCEPHOh
🔗 https://t.co/UTbuQw7F0B
🔗 https://t.co/LtHdWmgyYw
🔗 https://t.co/2zRap4Qq9o#PrayforAmazonas pic.twitter.com/CW7mhCcHnw
बता दे, अमेजन के जंगलों को दुनिया का फेफड़ा कहा जाता है। यह पूरी दुनिया में मौजूद ऑक्सीजन का 20 फीसदी हिस्सा उत्सर्जित करता है। यहां 16 हजार से ज्यादा पेड़-पौधों की प्रजातियां और 25 लाख से ज्यादा कीड़ों की प्रजातियां पाई जाती हैं। अमेजन के जंगल 55 लाख वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैला है। अमेजन के जंगलों में 16 हजार से ज्यादा पेड़-पौधों की प्रजातियां हैं। करीब 39 हजार करोड़ पेड़ मौजूद हैं अमेजन के जंगलों में। यहां 25 लाख से ज्यादा कीड़ों की विभिन्न प्रजातियां पाई जाती हैं। अमेजन के जंगलों में 400 से 500 से ज्यादा स्वदेशी आदिवासी जातियां रहती हैं। इनमें से करीब 50 फीसदी आदिवासी प्रजातियों ने तो कभी बाहर की दुनिया से कोई संपर्क तक नहीं किया।
वहीं, अंतरिक्ष स्पेस स्टेशन से मिली तस्वीरों के मुताबिक पिछले साल ही अमेजन के जंगलों में आग लगने की घटनाओं में 83 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इस साल की शुरुआत से अब तक अमेजन के जंगलों में 73 हजार से ज्यादा बार आग लगी है।
ट्विटर पर #PrayforAmazonas ट्रेंड कर रहा है
सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं। सोशल साइट्स पर लोग यहां की फोटो और वीडियोज शेयर करते हुए हालात जल्द बेहतर होने की दुआ कर रहे हैं। आग और उससे उठती लपटों के वीडियोज भी सामने आ रहे हैं। लोग उसे भी शेयर कर रहे हैं। तस्वीरों में साफ़ दिख रहा है कि किस कदर ये जंगल तबाह हो रहे हैं और ऑक्सीजन के मुख्य स्रोत का खात्मा हो रहा है।
इतना ही नहीं दुनिया भर के लोग आग की तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालकर दुख जता रहे हैं। भारत में भी घटना की गंभीरता को लेकर कई बॉलीवुड सेलेब्स ने आवाज उठाई है, साथ ही मीडिया से मामले पर फोकस करने की गुजारिश की है।
इस आग का सबसे दर्दनाक नजारा भी सामने आया जब जंगल में रह रहे जानवरों की लाशें दिखीं। कई जानवरों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। सैकड़ों जानवर आग के कारण गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। इन तस्वीरों से इस घटना का अंदाजा लगाया जा सकता है।
अमेजन के जंगलों में लगी आग ट्विटर पर #PrayforAmazonas से ट्रेंड हो रही है। लोगों के साथ-साथ कई बड़े सेलेब्स भी ब्राजील की सरकार और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से अपील कर रहे हैं कि अमेजन के जंगलों को बचाने के लिए कुछ करें।
इस बीच मामले में ब्राजील में घमासान मचा हुआ है। राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने अपने वन संरक्षण के एजेंसी प्रमुख को हटा दिया है। दूसरी ओर संरक्षणवादियों ने बोल्सनारो को ही इस घटना के लिए दोषी ठहरा दिया। उनका कहना है कि बोल्सोनारो लोगों और किसानों को भूमि खाली करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। ब्राजील और उसके आस-पास के शहरों में खतरनाक स्तर पर प्रदूषण पहुंच गया है। धीरे-धीरे यह खतरा अन्य शहरों की तरफ पहुंच रहा है। अभी तक किसी संस्था या ब्राजील सरकार ने आग को रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए हैं।