देश के 25 हवाई अड्डों को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी, पहले से 5 अडानी समूह के पास
By: Pinki Fri, 26 July 2019 8:18:00
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) जल्द ही देश के 25 अन्य हवाई अड्डों का परिचालन निजी हाथों में सौपने की तैयारी शुरू कर दी है। पिछले साल देश के 6 में से 5 हवाई अड्डों के परिचालन की जिम्मेदारी अडानी समूह को दी गई थी। बता दे, अडानी समूह को अगले 50 सालों के लिए देश के पांच प्रमुख हवाई अड्डों की देखरेख का जिम्मा दे दिया है। अहमदाबाद, तिरुवनंतपुरम, लखनऊ, मंगलूरू और जयपुर हवाई अड्डों के परिचालन के लिए अडानी समूह ने सबसे ऊंची बोली लगाई थी। सरकार अबकी बार विदेशी कंपनियों को भी ऐसा करने के लिए मौका देगी। अथॉरिटी के चेयरमैन गुरुप्रसाद महापात्रा का कहना है कि अगले चरण में यह कार्य पूरा हो जाएगा। अभी सरकार ने छह में से तीन हवाई अड्डों को निजी हाथों में सौंपने के लिए कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है। इसके लिए सलाहकारों की नियुक्ति कर दी गई है।
Guruprasad Mohapatra, Chairman Airports Authority of India (AAI): Cabinet has decided to privatize 6 airports. Privatization of 3 airports out of 6 has already been approved by cabinet. Several more airports are in the list for divestment. Consultants have already been appointed. pic.twitter.com/GiGoH64FhM
— ANI (@ANI) July 26, 2019
वही अडानी के बाद अब टाटा समूह भी हवाई अड्डे के संचालन बिजनेस में उतर गया है। दिल्ली एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कंपनी जीएमआर में बड़ी हिस्सेदारी टाटा समूह ने खरीद ली है। इसके लिए उसने 2 अन्य कंपनियों सिंगापुर की जीआईसी और एसएसजी कैपिटल मैनेजमेंट के साथ मिलकर 8,000 करोड़ का निवेश किया है। इस निवेश के साथ ही दिल्ली एयरपोर्ट पर टाटा समूह की 20%, जीआईसी की 15% और एसएसजी कैपिटल की 10% हिस्सेदारी हो जाएगी। तीनों कंपनियां अब 45% हिस्सा अपने पास रखेंगी। जीएमआर इस निवेश के बाद 18,000 करोड़ रुपये की कंपनी हो जाएगी। इस डील के साथ ही टाटा समूह अब हवाई अड्डा संचालन के बिजनेस में भी उतर गया है।