इन 10 सरकारी बैंकों का आपस में होगा विलय, जानें ग्राहकों पर क्या पड़ेगा असर

By: Pinki Fri, 30 Aug 2019 6:47:09

इन 10 सरकारी बैंकों का आपस में होगा विलय, जानें ग्राहकों पर क्या पड़ेगा असर

देश की बैंकिंग सिस्टम (Bankig System) में सुधार के लिए वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज 10 सरकारी बैंकों (PSU Bank) के विलय की घोषणा की है। बैंकों के विलय के बाद बैंकों के कई ब्रांच बंद होंगे और नए ब्रांच खुलेंगे। 10 सरकारी बैंकों के विलय से खाताधारकों पर कोई असर नहीं होगा लेकिन इन बैंकों के अकाउंट होल्डर्स के लिए थोड़ा काम जरूर बढ़ जाएगा। इस फैसले से आम ग्राहकों को कई काम करने पड़ सकते हैं। आइए जानें बैंकों के विलय से ग्राहकों पर क्या पड़ेगा असर...

ग्राहकों पर क्या पड़ेगा असर?

- ग्राहकों को नया अकाउंट नंबर और कस्टमर आईडी मिल सकता है।

- जिन ग्राहकों को नए अकाउंट नंबर या IFSC कोड मिलेंगे, उन्हें नए डीटेल्स इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, इंश्योरंस कंपनियों, म्यूचुअल फंड, नैशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) आदि में अपडेट करवाने होंगे।

- SIP या लोन EMI के लिए ग्राहकों को नया इंस्ट्रक्शन फॉर्म भरना पड़ सकता है।

- नई चेकबुक, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड इशू हो सकता है।

-फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) या रेकरिंग डिपॉजिट (आरडी) पर मिलने वाले ब्याज में कोई बदलाव नहीं होगा।

- जिन ब्याज दरों पर वीइकल लोन, होम लोन, पर्सनल लोन आदि लिए गए हैं, उनमें कोई बदलाव नहीं होगा।

- कुछ शाखाएं बंद हो सकती हैं, इसलिए ग्राहकों को नई शाखाओं में जाना पड़ सकता है।

- मर्जर के बाद एंटिटी को सभी इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरिंग सर्विस (ECS) निर्देशों और पोस्ट डेटेड चेक को क्लीयर करना होगा।

आपको बता दे, वित्त मंत्री ने कहा कि सरकारी बैंकों का 88 फीसदी बिजनेस इन कंसॉलिडेटेड बैंकों के साथ है। क्षेत्रीय बैंकों के मजबूत कामकाज को देखते हुए इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और पंजाब एंड सिंध बैंक अपना कामकाज पहले की तरह करते रहेंगे। 2017 में 27 सरकारी बैंक थे। अब सरकारी बैंकों की संख्या सिर्फ 12 रह गई है। देश को 5 लाख करोड़ रुपए की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है।

बैंकिंग सेक्‍टर में मर्जर का दौर

- निर्मला सीतारमण ने पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक के विलय का ऐलान किया। इस विलय के बाद पीएनबी देश का दूसरा बड़ा सरकारी बैंक बन जाएगा। कुल 1794526 करोड़ रुपये का बिज़नेस होगा।कासा (करंट अकाउंट सेविंग अकाउंट) अनुपात 40 फीसदी होगा।

इसके अलावा निर्मला सीतारमण ने केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक के विलय का भी ऐलान किया। विलय के बाद केनरा बैंक का बिज़नेस होगा 1520295 करोड़ रुपये का हो जाएगा। निर्मला सीतारमण ने बताया कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का भी विलय होगा। ये देश का 5वां सबसे बड़ा बैंक होगा। बिजनेस बढ़कर 14.59 लाख करोड़ का हो जाएगा।

इसके अलावा इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक के विलय का ऐलान किया गया। ये 7वां सबसे बड़ा बैंक होगा। इसका बिजनेस बढ़कर 8.08 लाख करोड़ रुपये का होगा।

किस बैंक को क्‍या मिलेगा

वित्त मंत्री ने बताया कि मर्जर के दौरान पंजाब नेशनल बैंक को लगभग 16,000 करोड़, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को 11,700 करोड़, बैंक ऑफ बड़ौदा को 7,000 करोड़, केनरा बैंक को 6,500 करोड़ रुपये, इंडियन बैंक को 2,500 करोड़ रुपये मिलेंगे। इसके अलावा इंडियन ओवरसीज बैंक को लगभग 3,800 करोड़, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 3,300 करोड़, यूको बैंक 2,100 करोड़ रुपये, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया को 1,600 करोड़ और पंजाब ऐंड सिंध बैंक को 750 करोड़ रुपये मिलेंगे।

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