सचिन की ज़िन्दगी की वो बातें जो हमे क्रिकेट नहीं सिखा सकता
By: Priyanka Maheshwari Mon, 29 May 2017 11:19:57
सचिन तेंदुलकर, क्रिकेट जगत के भगवान, जिन्होंने इस खेल को एक अलग ही दिशा दी है, आज हम सबके लिए एक प्रेरणा है. उन्होंने अपने खेल को खेला नहीं, भगवान की तरह पूजा है. हम में से कई लोगो को क्रिकेट शायद पसंद नहीं होगा और ठीक बात भी है. और आज हम सचिन तेंदुलकर को लेकर क्रिकेट की बातें नहीं करेंगे. हम आपके सामने ला रहे है वो बातें जो सचिन तेंदुलकर ने अपने जीवन से हमे सिखाई है .
1. घर-परिवार
हम चाहे कितनी भी बुलन्दियो पर क्यों ना हो जाएँ, हमे हमेशा याद रखना चाहिए की हमारा परिवार ही सब कुछ है. कभी उनको छोड़ना नहीं चाहिए. क्योकि उन्ही की वजह से आज हम इन ऊँचाइयों पर है. एक काबिल आदमी की पहचान है, वह अपने परिवार को जोड़ कर आगे बढ़ता है. कितनी भी मुशिकले आये हमे अपने परिवार का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए.
2. धेर्य
जो आदमी जितनी ऊँचाइयों पर होगा वह उतना ही धेर्येशील होगा. उसे बिना बात के किसी पर चिल्लाना या लड़ना नहीं आता होगा. वह हर चीज़ को समझ कर ही अपनी राय रखेगा. ज़िन्दिअगे हमेशा साधारण शर्तो पर ही व्यतीत करना चाहिए.
3. प्यार
प्यार वो एहसास है जो हमारी दुनिया बदल देता है. अपने प्यार को तरक्की करते देखना एक अलग ही एहसास है, चाहे इसके लिए खुद की ख्वाइश ही क्यों ना छोडनी पड़े. हमे अपने पति या पत्नी के लिए किये गए त्याग को कभी एहम में नहीं लेना चाहिए, बल्कि उन्हें उनके काम में सहारा देना चाहिए. हमेशा, हर चीज़ में उनके साथ खड़े होकर उनका हौसला भडाना चाहिए.
4. दोस्ती
जिंदगी के कई मोड़ पर हम ऐसा महसूस करते है की कुछ समझ नहीं आता. और उस समय में हमे हमारे दोस्तों की बहुत याद आती है. दोस्तों के साथ हमे वक़्त बिताना चाहिए, इससे हमे सुकून भी मिलता है साथ ही हमारे दोस्तों के साथ एक अच्छा व्यव्हार भी बना रहता है.
5. ज़िन्दगी के उतार चड़ाव
सबसे बड़ी सीख जो हमे सचिन की ज़िन्दगी से लेनी चाहिए वो है, जिंदगी में कितने भी उतार आजाये, पर हमे कभी हार नहीं माननी चाहिए. सचिन के 24 साल के करियर में 22 साल बाद अपने लक्ष्य को प्राप्त किआ. और इस दौरान वे बहुत उतार चड़ाव ने गुजरे पर उन्होंने कभी हार नहीं मानी .