इस तरह पहुंचे गंगोत्री, मंदिरों के साथ उठाए ट्रेकिंग का आनंद
By: Anuj Fri, 27 Dec 2019 4:40:20
गंगोत्री, उत्तराखंड में स्थित एक छोटा-सा कस्वा है। जिसके मध्य में स्थित है गंगोत्री धाम। यह हिंदूओं के पवित्र धामों में से एक धाम है और छोटी चार धाम यात्रा का मुख्य पड़ाव है। यह समुद्र तल से 3750 मीटर की ऊंचाई पर हिमालय पर्वतमाला में स्थित है। ये भागीरथी नदी के तट पर बसा हुआ है। देवप्रयाग के बाद से भागीरथी नदी अलकनंदा में मिलती है, जहाँ से गंगा नाम कहलाती है। हम आपको बताएंगे गंगोत्री कैसे जायें और मंदिर के दर्शनों के साथ-साथ वहां और किन चीजों का आनंद उठाएं।
गंगोत्री मंदिर
गंगोत्री मंदिर यहां का एक सबसे प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थल है। इस मंदिर का निर्माण गोरखा राजा अमर सिंह थापा के द्वारा 18वीं सदी में करवाया गया था। देवी गंगा की पूजा के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस मंदिर की यात्रा करने के लिए आते हैं।
पाण्डव गुफा
शहर से एक छोटे मार्ग के जरिये पाण्डव गुफा में पहुंचा जा सकता है। यह गुफा महाकाव्य महाभारत के पौराणिक योद्धाओं पांडवों का आराधना स्थल माना जाता था।
ट्रैकिंग का मजा
पर्यटक समुद्र तट से लगभग 3000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित दयारा बुग्याल की ट्रैकिंग का भी मजा उठा सकते हैं। ये ऊंचाई पर स्थित सुंदर घास का मैदान है, जहां से यात्री विशाल हिमालय के लुभावने दृश्य को देखने का मजा भी ले सकते हैं। घास के मैदान तक पहुंचने के लिए दो ट्रेकिंग मार्ग हैं जो कि बरसू और रैथाल गांव से वहां तक पहुंचते हैं। इन ट्रैकिंग मार्गों में से एक के रास्ते में मिलने वाले शेषनाग मंदिर के दर्शन किये जा सकते हैं।
ज्ञानेश्वर मंदिर और एकादश रुद्र मंदिर
पर्यटक ‘ज्ञानेश्वर मंदिर और एकादश रुद्र मंदिर भी देख सकते हैं। एकादश रूद्राभिषेकम पूजा के उत्सव के लिए भी ये मंदिर प्रसिद्ध है।
गंगोत्री कैसे जाएं
गंगोत्री जाने के लिए आप वायु, रेल और सड़क मार्ग से आसानी से वहां पर पहुंच सकते हैं। आपको बता दें कि अगर आप हवाई मार्ग से जाना चाहते हैं तो इसके लिए देहरादून में स्थित जौली ग्रांट हवाई अड्डा सबसे पास पड़ेगा जहां से आसानी से आप टैक्सी के द्वारा अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं। यहां पर आपको दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों से आसानी से फ्लाइट मिल जाती है। वहीं इसके अलावा अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो ऋषिकेश रेलवे स्टेशन सबसे पास पड़ेगा और यहां से आपको हर बड़े शहर के लिए रेलगाड़ियां मिल जाएंगी।