शिवधाम - एक साथ 12 ज्योर्तिलिंगों के दर्शन का सुख देता हैं शिव का यह मंदिर
By: Ankur Sat, 22 June 2019 08:26:58
भगवान शिव की शक्ति से कोई भी अछूता नहीं हैं। सृष्टि के तारणहार भगवान शिव को अपने भक्तों की मनोकामनाओं की पूर्ती के लिए जाना जाता हैं। तभी तो सभी भक्तगण भगवान शिव के सभी 12 ज्योर्तिलिंगों के दर्शन करने की लालसा रखते हैं। अगर आप भी भगवान शिव के सभी 12 ज्योर्तिलिंगों का दर्शन करना चाहते हैं लेकिन जा नहीं पा रहे हैं, तो कोई बात नहीं क्योंकि आप सिर्फ एक मंदिर में जाकर भी एकसाथ 12 ज्योर्तिलिंगों के दर्शन का सुख ले सकते हैं। जी हाँ, शिव का मंदिर शिवधाम इसी बात के लिए जाना जाता हैं। आज हम आपको इसी मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं।
शिवधाम ऐसा धाम है जहां एक साथ ही भगवान भोलेनाथ के इन 12 रूपों के दर्शन किए जा सकते हैं। पंजाब प्रांत के औद्योगिक नगर लुधियाना व फिल्लौर टोल प्लाजा जी.टी. रोड के मध्य गांव लाडोवाल से एक सड़क गांव बग्गे कलां को जाती है जहां पर आदिदेव महादेव का विशाल सुंदर व मनमोहक शिव मंदिर ‘शिवधाम’ असंख्य शिव भक्तों की श्रद्धा व आस्था का मुख्य केंद्र बन चुका है।
यहां भक्तजन श्री सोमनाथ सोमेश्वर, श्री मल्लिकार्जुन, श्री ओंकारमम्लेश्वर, श्री वैद्यनाथ, श्री महाकालेश्वर, श्री भीमाशंकर, श्री रामेश्वर, श्री केदारनाथ, श्री विश्वेश्वर श्री त्रंयम्बकेश्वर, श्री नागेश्वर व श्री घृष्णेश्वर ज्योर्तिलिंगों के रूप के दर्शन करते हैं। इन रूपों के दर्शन के साथ-साथ श्रद्धालुगण 11 रुद्रावतार, पवित्र शिवलिंग, शिव परिवार, मां दुर्गा, श्री हनुमान जी, श्री राम परिवार तथा श्री राधा कृष्ण जी की सुंदर व मनमोहक मूर्तियों के दर्शन प्राप्त करते हैं।
शिवधाम के निर्माण का कार्य 2006 में शुरू किया गया तथा मूर्तियों की स्थापना 20 फरवरी 2014 को की गई। मंदिर में एक विशाल गुफा भी निर्मित की गई है। इसके अलावा मंदिर में तपस्थली, गुरुकुल, यज्ञशाला, भोजनालय, गौशाला तथा सुंदर पार्क भी बनाए गए हैं। मंदिर के गुरुकुल में बच्चों को आध्यात्मिक शिक्षा प्रदान की जाती है।
मंदिर प्रांगण में प्रतिदिन पवित्र शिवलिंग का रुद्राभिषेक तथा सुबह, शाम को हवन किया जाता है। हर सोमवार को भोलेनाथ का विशेष शृंगार व विशेष आरती होती है। इसके अलावा समय-समय पर मंदिर में धार्मिक समारोह आयोजित किए जाते हैं। मंदिर के अंदर भोलेनाथ का चांदी का रथ शोभायमान है।