International Yoga Day: योग और व्यायाम को एक समझना बड़ी भूल, ये 5 अंतर करते हैं इन्हें अलग
By: Ankur Thu, 20 June 2019 11:40:37
21 जून का दिन पूरे विश्व में अंतराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। इस दिन सभी विद्यालयों के साथ ही कई बड़े स्तर पर योग का आयोजन किया जाता हैं जिसमें लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। योग शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता हैं। अक्सर देखा गया हैं कि लोग योग को व्यायाम से जोड़ देते है और दोनों को एक ही मानने लगते हैं। लेकिन यह लोगों की बड़ी भूल होती हैं क्योंकि योग और व्यायाम दोनों में बहुत भिन्नता होती हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे बड़े अंतर की जानकारी देने जा रहे हैं जो दोनों के अलग होने को दर्शाते हैं। तो आइये जानते हैं इन अंतर के बारे में।
सांस लेने की प्रक्रिया अलग
एक्सरसाइज में आप अपनी सांसों पर ध्यान नहीं देते और सांसें काफी तेज हो जाती हैं। योग में सांसों पर संतुलन सिखाया जाता है और आसन के आधार पर सांस लेनी होती है। योगासन आंतरिक अंगों पर अधिक प्रभाव डालता है। जबकि व्यायाम से शरीर बाहर से बलिष्ठ दिखाई देता है।
लचीलापन और कसावट
योगासन से शरीर लचीला रहता है जबकि व्यायाम से मांसपेशियों में कसावट आती है। एक्सरसाइज तीव्रता और प्रबलता पर जोर देती है, जिससे मांसपेशियों को नुकसान भी पहुंच सकता है। योग धीमी गति से किया जाता है और सहनशक्ति बढ़ाता है। योग से मांसपेशियां कमजोर नहीं होती हैं।
भूख में भी बड़ा अंतर
एक्सरसाइज से पाचन शक्ति तेज हो जाती है जिससे भूख ज्यादा लगती है और इंसान अधिक खाता है। योग से पाचन शक्ति धीरे होती है जिससे भूख कम होती है और इंसान कम खाने लगता है। एक्सरसाइज से तेजी से ऊर्जा खर्च होती है जिससे आप थक जाते हैं। योग करते समय ऊर्जा धीरे धीरे खर्च होती है जिससे आप थकते नहीं बल्कि तरो ताजा महसूस करते हैं।
उम्र का फैक्टर
एक्सरसाइज में कोई सिद्धांत नहीं होता जबकि योग पांच सिद्धांतों पर आधारित है: सही भोजन, सही सोच, सही सांसें, नियमित व्यायाम और आराम। एक्सरसाइज हर उम्र का इंसान नहीं कर सकता जैसे की वृद्ध या बीमार व्यक्ति। योग हर उम्र का व्यक्ति कर सकता है। बीमार इंसान भी कुछ आसान सांसों की क्रिया कर सकता है।
एकाग्रता में अंतर
एक्सरसाइज करते समय आपको अपना ध्यान केन्द्रित नहीं करना होता। योग करते समय आपको अपनी सांसों और आसान पर ध्यान केन्द्रित करना होता है जिससे शरीर के प्रति जागरूकता बढ़ती है। योग से मानसिक शक्ति बढ़ती है तथा इन्द्रियों को वश में करने की शक्ति आती है।