कोरोना से ठीक हुए मरीजों को लेकर शोध में हुआ चिंताजनक खुलासा!

By: Ankur Wed, 15 July 2020 3:27:18

कोरोना से ठीक हुए मरीजों को लेकर शोध में हुआ चिंताजनक खुलासा!

दुनियाभर में बड़ी तेजी से कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता जा रहा हैं। हर दिन लाखों लोग इससे संक्रमित हो रहे हैं। हांलाकि एक बड़ा आंकड़ा ठीक होने वालों का भी हैं। कोरोना मरीजों के अंदर वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी बन रही हैं जिससे इस बीमारी से उभरने में मदद मिल रही हैं। लेकिन हाल ही में हुई एक शोध में कोरोना से ठीक हुए मरीजों को लेकर चिंताजनक जानकारी सामने आई हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक जो लोग इस कोरोना वायरस से ठीक हो चुके हैं, वे कुछ महीने बाद फिर से संक्रमित हो सकते हैं। शोध अध्ययन के अनुसार, संक्रमण से उबरने के कुछ महीने बाद वे अपनी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता गंवा सकते हैं।

द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस शोध अध्ययन में बताया गया है कि कोरोना वायरस (Coronavirus Infections) से उबरने वाले मरीज कुछ माह के भीतर संक्रमण से बचने की अपनी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता गंवा सकते हैं। इस शोध अध्ययन में विशेषज्ञों ने कहा है कि सरकारें कोरोना महामारी से किस तरह निपटती हैं, इसके आधार पर चीजें प्रभावित होंगी।

Health tips,health tips in hidni,health research,corona research,coronavirus ,हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स हिंदी में, हेल्थ रिसर्च, कोरोना रिसर्च, कोरोनावायरस

इस तरह के इस पहले अध्ययन में, किंग्स कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में एक टीम ने 90 से अधिक कोरोना वायरस मरीजों में एंटीबॉडी के स्तर की जांच की और इसके साथ ही उन्होंने समय के साथ इसमें आए बदलावों का भी अध्ययन किया। उन्होंने इन मरीजों का ब्लड टेस्ट भी किया।

ब्लड टेस्ट के दौरान शोधकर्ताओं को केवल हल्के लक्षण वाले कोरोना संक्रमितों में वायरस के प्रति कुछ हद तक इम्यून रिस्पॉन्स यानी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया दिखी। इनमें से 60 फीसदी ने संक्रमण के बाद पहले कुछ हफ्तों में शक्तिशाली और असरदार वायरल प्रतिक्रिया दिखाई। वहीं, तीन महीने बाद केवल 16.7 फीसदी ने ही कोरोना वायरस को बेअसर करने वाले एंटीबॉडी के उच्च स्तर को बनाए रखा था।

शोधकर्ताओं के मुताबिक, 90 दिनों के बाद कई पूर्व संक्रमितों के ब्लड में पता लगाने योग्य एंटीबॉडी (Antibodies) थी ही नहीं। इसी आधार पर शोधकर्ताओं का कहना था कि कोरोना वायरस संक्रमण से उबरने के कुछ महीने बाद मानव शरीर में प्रतिरोधक क्षमता खत्म हो सकती है और उनके दोबारा संक्रमित होने का खतरा हो सकता है।

Health tips,health tips in hidni,health research,corona research,coronavirus ,हेल्थ टिप्स, हेल्थ टिप्स हिंदी में, हेल्थ रिसर्च, कोरोना रिसर्च, कोरोनावायरस

विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज जब इस बीमारी से ठीक हो जाता है यानी जब उसके टेस्ट निगेटिव आने लगते हैं, तो भी करीब दो हफ्ते तक उसके शरीर में इस वायरस की मौजूदगी रह सकती है, जो अन्य व्यक्तियों को भी संक्रमित कर सकती है।

विशेषज्ञों के मुताबिक जब मानव शरीर किसी बाहरी खतरे या बीमारी का सामना करता है तो हमारा इम्यून सिस्टम, वायरस को ट्रैक करने और संक्रमण को खत्म करने के लिए जुट जाता है। इस प्रक्रिया में यह एंटीबॉडी के रूप में जाना जाने वाला प्रोटीन पैदा करता है जो कि इस वायरस से लड़ता है। जब तक शरीर में पर्याप्त एंटीबॉडी हैं, वह अपने अंदर प्रतिरक्षा तंत्र विकसित करते हुए संक्रमण से उबरने में सफल रहता है।

यह शोध अध्ययन बताता है कि प्रतिरोधक क्षमता को शरीर में स्वाभाविक रूप से मौजूद नहीं माना जा सकता है। शरीर की इम्यूनिटी इनफ्लुएंजा जैसे वायरस के चलते कुछ महीनों से अधिक नहीं रह सकती है। विशेषज्ञों ने कहा है कि उनके शोध अध्ययन के निष्कर्षों में बदलाव संभव हो सकता है।

ये भी पढ़े :

# क्या सच में 15 फीसदी आबादी के संक्रमित होने के बाद कोरोना खो देगा अपनी ताकत?

# क्या आप भी सुबह उठते ही मोबाइल पर डालते हैं पहली नजर, जानें इसके नुकसान

# हर उम्र के व्यक्ति को स्वस्थ रखेगी ये 5 अच्छी आदतें

# आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर कर रहा इन 5 चीजों का सेवन

# इम्‍यूनिटी को मजबूत कर सर्दी-जुकाम से बनाए दूरी, करें इन 5 चीजों का सेवन

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com