शरीर में घुसकर कैसे नुकसान पहुंचाता हैं कोरोना वायरस? जानें यहां
By: Ankur Fri, 27 Mar 2020 09:01:29
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (COVID-19) के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए हर देश अपने स्तर पर प्रयास कर रहा हैं। भारत में भी 21 दिन का लॉकडाउन किया जा चुका है। विश्वभर में संक्रमित लोगों का आंकड़ा 5 लाख को पार कर चुका हैं और मौत का आंकड़ा 24 हजार तक पहुंच चुका हैं। भर्ती में भी अब तक इससे 20 मित हो चुकी हैं और 700 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। कोरोना वायरस को हराने के लिए आज पूरा देश एक साथ है। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह कोरोनावायरस शरीर में घुसकर नुकसान पहुंचाता हैं और मौत के करीब लेकर जाता हैं।
जब सांसों के जरिए कोरोना वायरस किसी व्यक्ति के शरीर के अंदर पहुंचता है, तो इसके शुरुआती लक्षण बेहद मामूली से नजर आते हैं, लेकिन धीरे-धीरे यह अपना भयानक रूप ले लेता है। जब कोविड-19 बॉडी पर अटैक करता है तो इसके शुरुआती समय को इन्क्यूबेशन पीरियड कहा जाता है। इन्क्यूबेशन पीरियड इंफेक्शन और लक्षण दिखने के बीच का वक़्त होता है। शरीर के अंदर जाने के बाद ये वायरस सबसे पहले इंसान के गले की आसपास की कोशिकाओं पर हमला करता है। इसके बाद सांस की नली और फेफड़ों पर हमला करता है। इस स्टेज में आने के बाद ज्यादातर पेशेंट्स को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है।
सांस की नली और फेफड़ों पर हमला करने के बाद यह वायरस यहां पर धीरे-धीरे अपनी संख्या बढ़ाने लगता है। ऐसे में कोरोना वायरस खुद को शक्तिशाली बना लेता है तो यह बाकी कोशिकाओं पर भी तेजी से हमला करने में लग जाता है। इस दौरान पेशेंट खुद को बीमार महसूस करने लगता है। वायरस का असर बढ़ने पर बुखार खांसी, बदन दर्द, गले में खराश और सिर दर्द जैसे संकेत नजर आने लगते हैं। इस दौरान आपके शरीर का इम्युन सिस्टम वायरस से लड़ने की कोशिश करता है। वायरस को ख़त्म करने के लिए शरीर का इम्युन सिस्टम, साइटोकाइन नाम का केमिकल छोड़ना शुरू करता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति पूरे ज़ोर से हमले का जवाब देने में जुट जाती है और इस कारण आपको बदन दर्द और बुखार भी हो सकता है। कोरोना वायरस की वजह होने वाली खांसी ज्यादातर सूखी खांसी होती है जिसमें बलगम नहीं आता। कुछ लोगों को इस दौरान खराश की शिकायत भी देखी जाती है।
ये स्थिति क़रीब एक सप्ताह तक हो सकती है, लेकिन जिन लोगों का इम्युन सिस्टम वायरस से लड़ने में कामयाब होता है, उनका स्वास्थ्य एक सप्ताह के अंदर ही सुधरने लगता है। लेकिन कुछ मामलों में व्यक्ति का स्वास्थ्य और बिगड़ जाता है और कोविड 19 के गंभीर लक्षण दिखने लगते हैं। हाल में कुछ रिसर्च सामने आई हैं जिनमें यह कहा गया है कि कोरोना वायरस की वजह से नाक बहने और सर्दी ज़ुकाम के लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं, लेकिन प्रॉब्लम बढ़ने पर यह गंभीर रूप लेने लगता है। इस दौरान शरीर में जो केमिकल बनते हैं उनकी वजह से शरीर सूजने लगता है। कभी-कभी इस सूजन के कारण शरीर को गंभीर नुकसान भी पहुंचता है।
चीन में 56,000 पीड़ित लोगों के बारे में इकट्ठा की गई जानकारी पर आधारित विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिसर्च यह बताती है कि 14 फ़ीसदी लोगों में इंफेक्शन के इस तरह के गंभीर लक्षण देखे गए। इस वायरस का सीधा असर किडनी पर पड़ सकता है। बता दें कि किडनी खून साफ करने का काम करती है, लेकिन गंभीर स्थिति में आने के बाद किडनी सही तरीके से काम करना बंद कर देती है। साथ ही इससे शरीर में मौजूद आंतड़ियों पर भी बुरा असर पड़ने लगता है। इस वायरस के कारण शरीर की सूजन इतनी बढ़ जाती है शरीर के कई ऑर्गन फेल हो जाते हैं जिससे इंसान की मौत भी हो सकती है। इसलिए भलाई इसी में है कि इस वायरस को शरीर के अंदर घुसने ही न दिया जाए, सावधानी बरतें और सुरक्षित रहें।