36 साल: 29 फिल्में—2 सुपरहिट, 1 हिट, 26 सफल-असफल, ये हैं रजनीकांत
By: Geeta Sat, 08 Dec 2018 1:08:17
आगामी 12 दिसम्बर को रजनीकांत (Rajinikanth Birthday) अपना 68वां जन्मदिन मनाने की तैयारी में हैं। तमिलनाडु में उनके प्रशंसक इस दिन बड़ा जश्न मानते हैं। तमिलनाडु में रजनीकांत (Rajinikanth) को भगवान की तरह पूजा जाता है। अभिनय क्षेत्र में अपने समकक्ष सितारे कमल हासन से कम रहने के बावजूद लोकप्रियता में वे उनसे कहीं आगे हैं। कभी बस कंडक्टर का काम करने वाले इस अभिनेता ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि वह भारतीय सिनेमा में एक मिथक के रूप में ख्यात होगा। पिछले 43 वर्षों से सिनेमा जगत में सक्रिय इस 68 वर्षीय अभिनेता ने अपने करियर में 164 फिल्मों में काम किया है और उनकी आगामी ‘पेट्टा’ नामक फिल्म उनके करियर की 165वीं फिल्म है। इस फिल्म में उनके साथ दक्षिण के नायक विजय सतपुथी और हिन्दी सिनेमा के बेहतरीन अदाकार नवाजुद्दीन सिद्दीकी नजर आने वाले हैं।
वर्ष 1975 में तमिल फिल्म से अपना करियर शुरू करने वाले रजनीकांत ने हिन्दी सिनेमा में वर्ष 1983 में निर्माता ए.पूर्णचन्द्र राव की फिल्म ‘अंधा कानून’ के जरिए प्रवेश किया। इस फिल्म में उनके साथ मुख्य भूमिकाओं में हेमामालिनी और रीना रॉय थे। उनके सामने निर्देशक टी.रामाराव ने उस जमाने के ख्यात खलनायकों प्राण, प्रेम चोपड़ा, अमरीशपुरी, मदनपुरी और डैनी को रखा था। टी. रामाराव इस फिल्म की सफलता को लेकर कुछ शंकित थे। उन्हें इस बात का विश्वास नहीं था कि हिन्दी भाषी सिनेमाई दर्शक दक्षिण भारत के इस साधारण नाक नक्श वाले अभिनेता को स्वीकार कर पाएंगे।
अपनी शंका को निराकरण करने के लिए उन्होंने इस फिल्म में अमिताभ बच्चन को मेहमान भूमिका में लिया लेकिन कथा-पटकथाकार शोभा चंद्रशेखर ने उनकी भूमिका को मेहमान की जगह विशेष में बदला और जब फिल्म का प्रदर्शन हुआ तब वे इस फिल्म में बराबरी के दूसरे नायक के रूप में नजर आए। हिन्दी दर्शकों को जहाँ रजनीकांत ने अपने एक्शन से सिगरेट स्टाइल से प्रभावित किया वहीं अमिताभ बच्चन ने अपने अभिनय से उन्हें अपने साथ जोडऩे में सफलता की। ‘अंधा कानून’ वर्ष 1983 की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई वाली फिल्म साबित हुई।
अप्रैल 1983 को प्रदर्शित हुई ‘अंधा कानून’ के बाद रजनीकांत ने 28 अन्य हिन्दी फिल्मों में बतौर नायक, चरित्र अभिनेता व मेहमान कलाकार के तौर नजर आए थे। वर्ष 2000 में निर्देशक टी.रामाराव की फिल्म ‘बुलंदी’ उनकी अन्तिम प्रदर्शित हिन्दी फिल्म थी, जिसमें अनिल कपूर के साथ उन्होंने स्क्रीन शेयर की थी। इसके बाद उनकी हिन्दी में कोई फिल्म नहीं आई। वर्ष 2010 में उनकी हिन्दी में डब फिल्म ‘रोबोट’ आई थी, जिसका सीक्वल इस वर्ष गत 29 नवम्बर को ‘2.0’ के नाम से प्रदर्शित हुआ है।
‘रोबोट’ के बाद उनकी हिन्दी में डब ‘लिंगा’, ‘कबाली’, ‘काला कारिकरण’ फिल्मों का प्रदर्शन हुआ था। दक्षिण भारत में जहाँ इन फिल्मों ने सफलता प्राप्त की, वहीं हिन्दी वर्जन को दर्शकों ने पूरी तरह से नकार दिया। हालांकि टीवी पर प्रदर्शित हिन्दी वर्जन को दर्शकों ने सफलता प्रदान की।
रजनीकांत के हिन्दी सिनेमा के करियर को देखा जाए तो 1983 से लेकर 2018 तक के 36 फिल्मों में काम किया है, जिसमें सिर्फ 2 फिल्में—अंधा कानून और हम—सुपर हिट रही, जबकि ‘जॉन जानी जर्नादन’ हिट रही और शेष 26 फिल्मों में कुछ सफल और कुछ असफल रही हैं।