अपनी जवानी बरक़रार रखने के लिए एलिज़ाबेथ ने की थी 600 से ज्यादा लडकियों की हत्या, जाने पूरा सच
By: Kratika Mon, 27 Nov 2017 12:31:24
जवानी को ताउम्र बरकरार रखने के लिए लोग पता नहीं क्या-क्या नुस्खे अपनाते हैं। कुछ लोग सिर्फ हर्बल फॉरमूलों पर विश्वास करते हैं तो कुछ मांस-मछली खाते हैं। और कुछ ऐसे भी रहे हैं जो मानव रक्त को ही अपनी जवानी का राज़ मानते थे। कभी आपने सोचा है कि वह महिला कितनी क्रूर और वहशी होती है, जो सैकड़ों लड़कियों के खून की नदियां बहाकर उसमें स्नान करती है। जी हां, आज हम ऐसी ही औरत की बात कर रहें। यह बात सुनकर तो थोड़ी अजीब तो लगती है लेकिन दरअसल असलियत यहीं है। कहा जाता है कि एक औरत ही दूसरी औरत का दुख समझ सकती है, लेकिन ये औरत बाकि औरतों के लिए मौत बनीं। अगर आप इतिहास के पन्नों को पलट कर देखे तो आपको उस महिला का पता लगेगा, जो इतिहास की खतरनाक औरत तो है ही साथ ही सीरियल किलर भी है। आइये जानते हैं आखिर वो महिला कौन है।
* एलिजाबेथ बाथरी : एलिजाबेथ बाथरी को इतिहास की सबसे खतरनाक और वहशी महिला सीरियल किलर के तौर पर जाना जाता है। जिसने साल 1585 से 1610 के समय में, अपनी जवानी को बरकरार रखने के लिए अपने महल में 600 से ज्यादा लड़कियों की हत्या कर उनके खून से स्नान किया। इतिहास की सबसे भयानक महिला सीरियल किलर माने जानी वाली एलिजाबेथ अपनी जवानी को बरकरार रखने के लिए अविवाहित लड़कियों के खून से नहाती थी। बाथरी पढ़ी-लिखी और चार भाषाओं की जानकार थी।
* वह गांव की गरीब लड़कियों को अपने महल में काम करने के लिए पैसों का लालच देकर बुला लेती। लेकिन महल में आते ही लड़कियों के बुरे दिन शुरू हो जाते थे। वहां पर उन्हें मौत से पहले बुरी तरह प्रताड़ित किया जाता था। रॉड से उनकी पिटाई की जाती थी, उनके हाथों को जला या काट दिया जाता था। कई बार वह लड़कियों के चेहरे या शरीर के दूसरे अंगों का मांस दांतों से काटकर निकाल लेती थी। और अंत में उनकी हत्या कर उनका खून एक टब में इकठ्ठा कर लिया जाता जिसमे एलिजाबेथ बाथरी स्नान करती। उसका वो महल लोवानिया के चास्चिस में स्थित था।
* एलिजाबेथ के आतंक के करीब 25 सालों के बाद उसे 1610 में हंगरी के राजा ने गिरप्तार कर लिया और 21 अगस्त 1614 को कैद में उसकी मौत हो गई थी। एलिजाबेथ को जब गिरफ्तार किया गया था तो महल में से कई लड़कियों की विकृत लाशें और कुछ बेडिय़ों से जकड़ी जिंदा लड़कियां बरामद की गई थीं। आज एलिजाबेथ बाथरी की मौत के 400 साल पूरे हो चुके हैं। बाथरी के जीवन पर कई किताबें लिखी जा चुकी हैं और कुछ फिल्में भी बन चुकी हैं। माना जाता है कि आयरलैंड के उपन्यासकार ब्राम स्टोकर ने बाथरी के विषय से ही प्रेरित होकर 1897 में ड्रैकुला उपन्यास लिखा था।