‘द वर्डिक्ट’ : बचाव पक्ष के वकील की भूमिका अंगद बेदी, अब तक की सबसे मुश्किल भूमिका

By: Geeta Tue, 02 July 2019 2:22:33

‘द वर्डिक्ट’ : बचाव पक्ष के वकील की भूमिका अंगद बेदी, अब तक की सबसे मुश्किल भूमिका

अभिनेता अंगद बेदी (Angad Bedi) को एकता कपूर की अगली वेब श्रृंखला में एक वकील के रूप में देखा जा सकता है, जो वास्तविक जीवन कोर्ट रूम ड्रामा पर आधारित है। ‘द वर्डिक्ट’ में भारत के बड़े और हाई प्रोफाइल कोर्ट मामले नानावटी हत्याकांड की कहानी दिखाई गई है। अंगद वास्तविक जीवन चरित्र कार्ल जमशेदजी खंडालावाला की भूमिका में दिखाई देंगे, जिन्होंने के एम नानावटी बनाम महाराष्ट्र राज्य के प्रसिद्ध मामले की पैरवी की थी।

angad bedi,alt balaji,the verdict,karl jamshedji khandalavala,entertainment,bollywood ,अंगद  बेदी,एकता कपूर

यह पहली बार होगा जब अंगद पर्दे पर किसी वकील का चरित्र निभाते नजर आएंगे। उन्होंने इस भूमिका को निभाने के लिए एक अवसर के रूप में लिया है। यह तथ्य है कि वकील खंडालावाला एक किवदंती हैं, जो कि पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित होने के साथ-साथ एक लेखक, कला और संगीत के पारखी, एक पूर्व वायु सेना अधिकारी और एक न्यायाधीश भी थे। कार्ल जमशेदजी खंडालावाला बहुत ही तेजतर्रार और भारत के शीर्ष आपराधिक वकील थे। इतना कि उन्होंने अपने जीवन में एक केस भी नहीं हारा। जब 15 शीर्ष वकीलों ने उस ओपन एंड शट मामले में हाथ डालने से इनकार कर दिया था, तब उन्होंने इसे अपने हाथों में लिया और फैसले को पलट के केस जीत लिया। वे एक पारिवारिक व्यक्ति थे लेकिन अपने पेशेवर क्षेत्र में उन्होंने हर मामले को इस तरह लड़ा जैसे कि वह उनका आखिरी केस हो। वे कभी हारे नहीं।

अपने जीवन में इतनी विविधताओं और रंगों वाले चरित्र को अंगद ने हाथ से जाने नहीं दिया और कार्ल के चरित्र को पहली बार पर्दे पर चित्रित करने के लिए तैयार हैं। जब कार्ल के किरदार को निभाने के लिए अंगद से पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘एक वास्तविक जीवन चरित्र को चित्रित करना एक अभिनेता के लिए सबसे मुश्किल काम होता है क्योंकि किसी को भी पता नहीं होता कि करना क्या है। कार्ल जमशेद खंडालावाला मेरे द्वारा निभाए या तैयार किए गए चरित्रों में से अब तक का सबसे चुनौतीपूर्ण और भावनात्मक रूप से शुष्क पार्ट है। कार्ल को खुद में समा लेने के लिए मैंने 1950 के कानून के बारे में बहुत कुछ पढ़ा। बॉडी लैंग्वेज सही करने में काफी समय बिताया। उस समय में अदालत में दी गई स्पीच बिल्कुल स्पष्ट थी, इसलिए 6 से 8 पेज के मोनोलॉग को याद करने की कोशिश करते हुए ये सभी बातें ध्यान में रखनी पड़ी। लुक इसमें काफी महत्वपूर्ण रहा। पहली बार मुझे इस तरह अपने लुक के साथ प्रयोग करने का मौका मिला है। सूट बनवाए, रिमलेस गोल चश्मे पहने। हाथ की घड़ी बनवायी। घमंड दर्शाने के लिए ऊपर वाले होंठ को काफी सख्त रखा।’

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए बॉलीवुड, टीवी और मनोरंजन से जुड़ी News in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2025 lifeberrys.com