एक्टिंग के साथ निर्माता बनी दीपिका, इस फिल्म में लगा रही है पैसा
By: Geeta Fri, 28 Dec 2018 1:12:16
बॉलीवुड की अन्य नायिकाओं की तरह दीपिका पादुकोण भी अब निर्माता के तौर पर काम करती नजर आएंगी। एक्टिंग करियर के साथ-साथ वे निर्माता के तौर पर अपनी दूसरी पारी खेलती नजर आएंगी, बस उनका तरीका बाकी स्टार्स से कुछ अलग है। दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) बतौर सह-निर्माता के सिर्फ अपना ब्रैंड नेम ही नहीं दे रही हैं बल्कि फिल्म में वे 12 करोड का पूंजी निवेश भी कर रही हैं। अपनी पहली फिल्म ‘छपाक’ में वे ऐसा कर रही हैं। बाकी की रकम फॉक्स स्टार इंडिया वाले लगाएंगे। मार्केटिंग और मैन पावर इसी कम्पनी का होगा।
दीपिका पादुकोण अभिनीत और निर्मित ‘छपाक’ का निर्देशन मेघना गुलजार करने जा रही हैं, जिन्होंने गत वर्ष ‘राजी’ नामक फिल्म दर्शकों को दी। ‘छपाक’ की शूटिंग पहले फरवरी में शुरू होने वाली थी लेकिन अब कहा जा रहा है कि इसे मार्च से शुरू किया जाएगा।
झुलसे हुए चेहरे में दिखेंगी दीपिका
बीते नवम्बर माह में शादी के बंधन में बंधी अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने मीडिया को दिए अपने एक बयान में कहा था कि वे अपना प्रोडक्शन हाउस खोलने जा रही हैं और उनके बैनर तले बनने वाली पहली फिल्म दिल्ली की युवा एसिड अटैक पीडि़ता लक्ष्मी अग्रवाल की बॉयोपिक होगी, जिसमें वे स्वयं लक्ष्मी के किरदार को परदे पर उतारेंगी और इस फिल्म का निर्देशन ‘राजी’ फेम मेघना गुलजार करेंगी। दीपिका के साथ विक्रांत मेसी नजर आएंगे। इस फिल्म में विक्रांत एक नॉर्थ इंडियन लडक़े का किरदार निभाने वाले हैं, जो एसिड वॉयलेंस से जुड़ा कैम्पेन शुरू करता है और इसी दौरान उसकी मुलाकात लक्ष्मी से होती है।
दीपिका ने अपनी इस फिल्म के बारे में बताया था कि, ‘आगामी वर्ष की शुरूआत में वे इस फिल्म की शूटिंग शुरू कर देंगी। मुझे लगता है कि ये एक ऐसी कहानी है जिसे आम जनता को बताया जाना आवश्यक है । यह बहुत महत्वपूर्ण कहानी है और एक दुखद सच्ची घटना है, उम्मीद है इससे लोग जागरूक होंगे।’
गौरतलब है कि वर्ष 2005 में एक 32 वर्षीय दरिंदे ने लक्ष्मी अग्रवाल पर तेजाब फेंक दिया था, जब वो नई दिल्ली बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर रही थी, जिससे उनका पूरा चेहरा बुरी तरह जल गया था । लक्ष्मी उस वक्त मात्र 15 साल की थीं । हमलावर उसके परिवार को जानता था और लक्ष्मी से शादी करना चाहता था लेकिन लक्ष्मी ने स्पष्ट रूप से इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। वर्तमान में लक्ष्मी अग्रवाल एक एनजीओ चलाती हैं और तेजाब पीडि़ताओं की मदद भी करती हैं।