सेंसर में अटकी शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे की बायोपिक 'ठाकरे', आज रिलीज होगा ट्रेलर
By: Priyanka Maheshwari Wed, 26 Dec 2018 12:33:50
सेंसर बोर्ड ने बाला साहेब ठाकरे पर बनी बायोपिक 'ठाकरे' के डायलॉग पर आपत्ति जताई है। कहा जा रहा है कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म के तीन संवादों पर सवाल उठाए हैं। फिल्म के निर्माता संजय राऊत ने कहाँ है सेंसर की आपत्ती के बाद भी ट्रेलर रिलीज करेंगे। हिंदी और मराठी भाषा में बनी यह फिल्म अगले साल 23 जनवरी को रिलीज होनी है। मनसे नेता अभिजीत पानसे ने फिल्म का निर्देशन किया है। फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी मुख्य किरदार में नजर आएंगे।
'ठाकरे' का ट्रेलर
पिछले कुछ दिनों से बॉलीवुड में बायोपिक्स का बोलबाला रहा है। आज भी नवाजुद्दीन सिद्धीकी की फिल्म 'ठाकरे' का ट्रेलर रिलीज होने जा रहा है। मंगलवार को ख़ुद नवाज़ुद्दीन ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट के जरिए बुधवार को रिलीज किए जाने वाले ट्रेलर की जानकारी दी। इससे पहले नवाजुद्दीन पाकिस्तानी लेखक सआदत हसन मंटो की बायोपिक में नजर आ चुके हैं। उस फिल्म में नवाज ने 'मंटो' का किरदार ऐसी खूबसूरती से पकड़ा था कि अब दर्शकों को ठाकरे से भी काफी उम्मीदें हैं।
गौरतलब है कि फिल्म को लेकर अभी से चर्चाएं हो रही हैं क्योंकि इस फिल्म में खासकर नवाजुद्दीन सिद्दीकी का लुक बाला साहेब ठाकरे से इतना करीब लग रहा है कि फिल्म को लेकर लोगों में अभी से उत्साह बना दिख रहा है।
कहा जाए तो जहां 2018 में बायोपिक्स की धूम रही तो 2019 में भी बायोपिक्स का बोलबाला कम नहीं होने वाला। नए साल की शुरुआत में ही नवाजुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म ‘ठाकरे’ रिलीज होने के लिए तैयार है। तो वहीं इस फिल्म का सामना करने के लिए झांसी की रानी लक्ष्मी बाई के जीवन पर बनी कंगना रनौत की फिल्म 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' भी इसी वीकेंड में रिलीज होने तैयार है। इसके अलावा ऋतिक रोशन भी एक टीचर की बायोपिक 'सुपर 30' लेकर तैयार हैं।
Trailer releasing on 26th December, 2018 in Marathi & Hindi.@ThackerayFilm @rautsanjay61 @Viacom18Movies #CarnivalMotionPictures @abhijitpanse @VMPmarathi pic.twitter.com/JnR5BWbczU
— Nawazuddin Siddiqui (@Nawazuddin_S) December 22, 2018
वही अगर 2018 में रिलीज़ हुई बायोपिक पर एक नजर डाले तो
अछूते विषय पर बनी 'पैडमैन', मिली औसत सफलता
बायोपिक फिल्मों की श्रृंखला में 09 फरवरी को आर बाल्की के निर्देशन में बनी 'पैडमैन' प्रदर्शित हुई। फिल्म में अक्षय कुमार, सोनम कपूर और राधिका आप्टे की मुख्य भूमिका थी। टिंवकल खन्ना निर्मित यह फिल्म अरुणाचलम मुरुगानथम की वास्तविक जीवन की कहानी से प्रेरित है, जिन्होंने कम लागत वाले सैनिटरी पैड बनाने की मशीन का आविष्कार किया था। मुरुगानथम ने एक ऐसी मशीन का निर्माण किया था जो सैनिटरी नैपकिन्स सस्ते दाम में उत्पादित करती थी। उनको इस आविष्कार के लिए पद्मश्री से भी नवाजा गया था। फिल्म ने करीब 80 करोड़ की कमाई की।
पहली ब्लॉकबस्टर बायोपिक 'संजू'
इस वर्ष की सर्वाधिक बहुप्रतीक्षित फिल्मों में शुमार संजू 29 जून को प्रदर्शित हुई थी। राजकुमार हिरानी के निर्देशन में बनी संजू, संजय दत्त की बायोपिक है जिसमें रणबीर कपूर ने संजय दत्त की भूमिका निभायी। फिल्म ने 341 करोड़ की कमाई की। ‘संजू’ इस वर्ष की सर्वाधिक कमाई करने वाली फिल्म साबित हुई।
'सूरमा' —औसत कमाई, चर्चा अधिक
13 जुलाई को पंजाबी फिल्मों के सुपरस्टार दिलजीत दोसांझ और पिंक फेम तापसी पन्नू की जोड़ी वाली फिल्म ‘सूरमा’ प्रदर्शित हुयी। ‘सूरमा’ हॉकी प्लेयर संदीप सिंह की बायोपिक फिल्म थी। फिल्म संदीप के संघर्ष और जज्बे की दास्तान है। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 30 करोड की औसत कमाई की।
‘मंटो’ के रूप में नवाज
गुजरात के गोधारा कांड पर फिल्म बन चुकी अभिनेत्री नंदिता दास ने एक बार फिर से निर्देशन की कमान संभाली और इस बार उन्होंने सआदत हसन मंटो के जीवन को परदे पर उतारा। मंटो 21 सितंबर को प्रदर्शित हुई। फिल्म में नवाजउद्दीन सिद्दीकी ने लेखक सआदत हसन मंटो की भूमिका को रूपहले पर्दे पर साकार किया। नवाज के अभिनय के साथ निर्देशन की काफी तारीफ हुई लेकिन दर्शकों को फिल्म अपने साथ जोडने में कामयाब नहीं हो पायी। ज्यादातर दर्शकों को इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि सआदत हसन मंटो कौन थे।
आपको बता दें कि एक दौर में महाराष्ट्र की राजनीति को गहरे तक प्रभावित करने वाले बाला साहब ठाकरे कार्टूनिस्ट भी थे। उन्होंने समाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी और बाद में शिवसेना का गठन किया। बाला साहब ठाकरे के बारे में कहा जाता है कि कभी किसी पद पर रहे बिना ही उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति को लंबे समय तक आकार दिया। वर्ष 2012 में बाला साहब ठाकरे का निधन हो गया था। ठाकरे पर बन रही इस बायोपिक को अभिजीत फेंसे निर्देशित कर रहे हैं, जबकि फिल्म शिवसेना के ही नेता संजय राउत ने लिखी है।