Movie Review: ‘ममता-मौजी’ के संघर्ष की दास्तान : ‘सुई धागा: मेड इन इंडिया’
By: Priyanka Maheshwari Thu, 27 Sept 2018 8:42:14
शरत कटारिया के निर्देशन में बनी यशराज फिल्म्स की ‘सुई धागा: मेड इन इंडिया’ शुक्रवार यानी 28 सितंबर को बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शित होने जा रही है। अपनी घोषणा के समय से सुनियोजित तरीके से प्रचारित की गई इस फिल्म का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार है। वरुण धवन और अनुष्का शर्मा अभिनीत इस फिल्म को देश के 2500 सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया जा रहा है। सिनेमाई परदे पर वरुण धवन Varun Dhawan और अनुष्का शर्मा Anushka Sharma ने अपने करियर में कमोबेश हर फिल्म सफल दी है। इस फिल्म की सफलता को लेकर यह दोनों सितारे आशान्वित नजर आ रहे हैं। इन दोनों सितारों को उम्मीद है कि ‘सुई धागा’ अपनी विषय-वस्तु, निर्देशन, गीत-संगीत और उनके अभिनय के बूते पर दर्शकों को अपना दीवाना बनाने में कामयाब होगी। साथ ही यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 70 से 80 करोड़ का कारोबार करने में सफल होगी।
वही अगर हम फिल्म की कहानी की बात करे तो यह एक आम आदमी के संघर्ष की कहानी है। (वरुण धवन) मौजी पत्नी (अनुष्का शर्मा) ममता संग अपने सपनों की दुनिया को सच करने निकल पड़ता है। ममता और मौजी दोनों की कुछ वक्त पहले ही शादी हुई है। मौजी जहां काम करता है वह काम और जगह दोनों ममता को थोड़ी-अजीब लगती है। ऐसे में ममता मायूस हो जाती है। ममता मौजी को अपना खुद का कुछ करने के लिए कहती है। मौजी एक टैलेंटेड व्यक्ति है जिसके बाप-दादा कारीगरी जानते थे। ऐसे में मौजी और ममता दोनों मिलकर सिलाई का काम शुरू करते हैं। अपने काम को दोनों मिलकर कड़ी मेहनत के साथ करते हैं और सफल होते हैं। इस बीच उनके जीवन में कई तरह की दिक्कतें आती हैं। लेकिन मौजी ममता हर दिक्कत को हंसते-मुस्कुराते पार कर जाते हैं। फिल्म में वरुण का लुक बेहद आम है। वरुण के लुक को एक व्यक्ति (पेशे से दर्जी) को देख कर दिया गया। फिल्म ‘दम लगाके हइशा’ में कपड़ों की सिलाई करने वाले व्यक्ति को देख कर वरुण को ये गेटअप दिया गया।
डायरेक्टर शरत कटारिया की फिल्म ‘दम लगा के हइशा’ में नूर नाम के टेलर ने गारमेंट्स मेकर के तौर पर काम किया। यही वह टेलर हैं जो कि वरुण के किरदार ‘मौजी’ के लुक की इंस्पिरेशन हैं।
वरुण-अनुष्का के लिए जरूरी है ‘सुई धागा’ की सफलता
इन दोनों ही सितारों की पिछली फिल्में ‘अक्टूबर’ और ‘परी’ बॉक्स ऑफिस पर असफल हो गई थी। वरुण धवन की सफलता का प्रतिशत लगभग 99 प्रतिशत है। उनके 7 साल के करियर में एक मात्र ‘दिलवाले’ ऐसी निकृष्ट फिल्म रही है, जिसे दर्शकों ने अस्वीकार कर दिया था। हालांकि शाहरुख खान और काजोल ने इसमें मुख्य भूमिका अभिनीत की थी। रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी वरुण धवन की इस फिल्म ने निकृष्ट होने के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर 150 करोड़ का कारोबार करने में सफलता प्राप्त की थी।
वहीं दूसरी ओर अपने 10 साल के करियर में अनुष्का शर्मा ने सफलता के साथ असफलता का स्वाद भी चखा है। उनके द्वारा निर्मित उनकी पिछली फिल्म ‘परी’ बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ 30 करोड़ का कारोबार करने में सफल हुई थी। हालांकि इस फिल्म ने सैटेलाइट, म्यूजिक, डिजिटल अधिकारों के जरिए अपनी लागत निकालने में सफलता प्राप्त कर ली थी।
डीएनए के मुताबिक, वरुण कहते हैं- नूर मेरे 3 महीने तक ट्रेनर बनकर रहे। उन्होंने इस किरदार को निभाने में मेरी बहुत मदद की। मैं उनकी हर बात मानता था। वह मुझे छोटी-छोटी बाते सिखाते। उन्होंने मुझे सिलने की कला सिखाई। साथ ही मुझे स्क्रीन पर असल का टेलर बनने में बहुत मदद की। ‘सुई धागा’ में जो भी दिख रहा है वह सब असल दिखाया गया है। ऐसे में ट्रेलर दर्शकों को बहुत पसंद आया है। इसी के जरिए वह हमें बहुत प्यार दे रहे हैं। मुझे बहुत खुशी है कि लोगों को मेरा लुक फिल्म में बहुत पसंद आया। इसका सारा क्रेडिट दर्शन को जाता है। वहीं नूर ने मेरे इस कैरेक्टर पर अपनी एक खास छाप छोड़ी है।’
पहला दिन 11 करोड़, 3 दिन 40 करोड़!
अनाधिकृत रूप से बॉक्स ऑफिस पर नजर रखने वाले ट्रेड पंडितों का अनुमान है कि ‘सुई धागा’ पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर उम्मीदों से ज्यादा कारोबार करने में सफल होगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह फिल्म पहले दिन 11-12 करोड़ की ओपनिंग लेकर तीन दिन में 40 करोड़ का कारोबार करते हुए अपनी लागत वसूलने के साथ-साथ मुनाफे की ओर अग्रसर होगी।