संध्या समय के बाद भूलकर भी की गई ये गलतियाँ देती है अनहोनी को बुलावा
By: Ankur Thu, 19 July 2018 3:01:26
धार्मिक ग्रंथों में हमारे जीवन से जुडी ऐसी कई बातें बताई जाती हैं जो कि हमारे जीवन को सही पारूप में चलाने के लिए फायदेमंद साबित होती हैं। ऐसे ही कुछ काम बताए गए हैं जो कि संध्या समय के बाद करने से अनहोनी को बुलावा देते हैं। जी हाँ, कई ऐसे काम हैं जिन्हें दिन के वक्त नहीं करना चाहिए, वहीं कई ऐसे काम भी हैं जिन्हें रात वक्त बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। आज हम आपको वो काम बताने जा रहे हैं जो संध्या समय के बाद नहीं करने चाहिए। अन्यथा आपके साथ कोई भी अनहोनी होने का अंदेशा बना रहता हैं।
* रात के वक्त किसी औरत को पराए मर्द से और मर्द को किसी पराई स्त्री से अकेले में नहीं मिलना चाहिए। इसके अलावा बुरी संगत में रहने वाले लोगों के साथ भी रात में नहीं मिलना चाहिए। इन दोनों हालात में आपकी बदनामी हो सकती है इतना ही नहीं आपके साथ किसी भी तरह की अनहोनी हो सकती है।
* विष्णु पुराण के मुताबिक रात के वक्त भूलकर भी कभी श्मशान और कब्रिस्तान के पास से होकर नहीं गुज़रना चाहिए। क्योंकि रात के वक्त इसके आस-पास नकारात्मक ऊर्जा सबसे ज्यादा सक्रिय रहती हैं। रात के वक्त यहां जाने से आप भी नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव में आ सकते हैं और आपको नुकसान पहुंच सकता है।
* रात में सोने से पहले डियो, इत्र या परफ्यूम बिल्कुल भी नहीं लगाना चाहिए। पुराणों के अनुसार रात के वक्त डियो, इत्र या परफ्यूम लगाने से नकारात्मक शक्तियां आपकी ओर आकर्षित हो सकती हैं। इसलिए कहा जाता है कि रात के वक्त हमेशा अपने हाथ-पैर और चेहरा धोकर ईश्वर का ध्यान करके सोना चाहिए।
* रात के वक्त लड़कियों को अपने बालों को खुला रखकर नहीं सोना चाहिए। शास्त्रों के मुताबिक बाल खुले रखकर सोने से नकारात्मक शक्तियां आसानी से लड़कियों पर अपना प्रभाव बना लेती हैं। इसलिए हमेशा घर के बड़े बुजुर्ग लड़कियों को रात में बाल बांधकर सोने की सलाह देते हैं, ताकि उनकी नकारात्मक शक्तियों से रक्षा हो सके। रात के वक्त चौराहे पर नहीं जाना चाहिए।
* चौराहे को संधि स्थल माना जाता है। इसलिए यहां नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बना रहता है। खासतौर पर रात में ये प्रभाव और भी ज्यादा बढ़ जाता है। आपने देखा भी होगा कि कुछ लोग रात में या शाम के वक्त चौराहे पर आकर टोने-टोटके भी करते हैं इसलिए यहां देर रात तक टहलना खतरनाक हो सकता है।