स्वास्तिक द्वारा किए इन टोटकों की मदद से मिनटों में होगी माँ लक्ष्मी प्रसन्न, बरसेगा धन
By: Sandeep Gupta Wed, 07 Feb 2018 5:33:55
स्वास्तिक एक ऐसा मंगल चिन्ह हैं जो कि हर भारतीय घर और मंदिर में बना हुआ देखा जा सकता हैं। स्वास्तिक कुशलता और कल्याण का प्रतीक माना जाता हैं। स्वास्तिक को ग्रंथों में भगवान गणेश का स्वरुप माना जाता हैं। स्वास्तिक में इतनी शक्ति होती है कि वे सभी बाधाओं और अमंगल को दूर करने में सक्षम होते हैं। इसलिए हर शुभ काम शुरू होने से पहले स्वास्तिक चिन्ह बनाया जाता हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं स्वास्तिक से जुड़े कुछ उपाय जिनको करने से शुभ कार्य सिद्ध होते हैं। तो आइये जानते हैं उन उपायों के बारे में।
* माँ लक्ष्मी को करे प्रसन्न : घर के बाहर रंगोली के साथ कुमकुम, सिंदूर या रंगोली से बनाया गया स्वस्तिक मंगलकारी होता है। इसे बनाने से देवी और देवता घर में प्रवेश करते है।
* वास्तु में उपयोगी : वास्तुशास्त्र में स्वस्तिक को वास्तु का प्रतीक मान गया है। इसकी बनावट ऐसी होती है कि यह हर दिशा से एक समान दिखाए देता है। घर के वास्तु को ठीक करने के लिए स्वस्तिक का प्रयोग किया जाता है। घर के मुख्य द्वार के दोनों और अष्ट धातु और उपर मध्य में तांबे का स्वस्तिक लगाने से सभी तरह का वस्तुदोष दूर होता है। वास्तुदोष दूर करने के लिए 9 अंगुल लंबा और चौड़ा स्वस्तिक सिंदूर से बनाने से नकारात्मक ऊर्जा सकारात्मकता में बदल जाती है।
* मनोकामना सिद्धि हेतु : मन्दिर में मनोकामना सिद्धि हेतु गोबर या कुमकुम से उल्टा स्वस्तिक बनाया जाता है। फिर जब मनोकामना पूर्ण हो जाती है तो वहीं जाकर सीधा स्वस्तिक बनाया जाता है।
* हल्दी का स्वस्तिक : ईशान यानी उत्तर-पूर्व में उत्तर दिशा की दीवार पर हल्दी का स्वस्तिक बनाने से घर में सुख और शान्ति बनी रहती है।
* नींद न आए तो : रात को नींद न आए तो सोने से पहले घर के देव स्थान पर इंडैक्स फिंगर से स्वस्तिक बनाएं। इससे बुरे सपने आने व अनिद्रा की समस्या दूर हो जाती है।
* देवता को प्रसन्न करें : स्वस्तिक बनाकर उसके ऊपर जिस भी देवता की मूर्ति रखी जाती है वह तुरन्त प्रसन्न होता है। यदि आप अपने इष्ट देव की पूजा करते है तो उस स्थान पर स्वस्तिक जरूर बनाएं।
* बेहद शुभ है लाल रंग का स्वस्तिक : यदि कोई मांगलिक कार्य करने जा रहे हैं तो लाल रंग का स्वस्तिक बनाएं। इसके लिए केसर, सिंदूर, रोली और कुंकुम का इस्मेमाल करें।