परेशानी के अनुसार करें मंत्र का चुनाव, जाप करने से दूर होगी समस्याएं
By: Ankur Mundra Fri, 05 Mar 2021 09:01:08
हर व्यक्ति के जीवन में परेशानियां और समस्याएं तो आती हैं जिनसे वह छुटकारा पाने की चाहत रखता हैं और इसके लिए देवी-देवताओं का पूजन कर उनसे आशीर्वाद पाना चाहता हैं। पूजन के दौरान मंत्रजाप कर भगवान को प्रसन्न करने का प्रयास किया जाता हैं। लेकिन मंत्रजाप के दौरान आपको यह ध्यान रखने की जरूरत हैं कि किस परेशानी के लिए आप कौनसे मंत्र का जाप कर रहे हैं। जी हां, समस्या के अनुसार मंत्र का चुनाव कर जाप किया जाए तो इसका शुभ फल मिलता है। तो आइये जानते हैं किस परेशानी में किस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
गंभीर समस्या से जूझ रहे हों तो जपे यह मंत्र
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जब किसी गंभीर परेशानी से जूझ रहे हों तो नृसिंह भगवान का स्मरण करना चाहिए। साथ ही ‘सर्वेश्वरेश्वराय सर्व विघ्न विनाशिने मधुसूदनाय स्वाहा।’ और ‘उग्र वीर महाविष्णु ज्वलन्तं सर्वतो मुखम्। नृसिंह भीषण॔ भद्रं मृत्युं मृत्युं नमाम्यहम्।’ मंत्र का जप करना चाहिए। मान्यता है इसके जप से नृसिंह भगवान प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
इस मंत्र से दूर हो जाते हैं सारे क्लेश
अगर जीवन में क्लेश ही क्लेश हो तो श्रीकृष्ण का स्मरण करना चाहिए। इसलिए ‘कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणत क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नम:।’ और ‘श्री कृष्णाय नमः’ मंत्र का जप करना चाहिए। मान्यता है कि इन दोनों मंत्रों के जप से कन्हैया प्रसन्न हो जाते हैं। साथ ही उनकी कृपा से जातक के जीवन का क्लेश भी धीरे-धीरे समाप्त होने लगता है।
भूत-प्रेत बाधा से हों परेशान तो करें ये उपाय’
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यदि कोई जातक भूत-प्रेत बाधा से परेशान हो तो उन्हें -‘स्थाने ह्रषीकेश तब प्रकीत्र्या जगत्प्रह्रध्य त्यनुरज्यते च। रक्षांसि भीतानि दिशो द्रवन्ति सर्वे नमस्यन्ति च सिद्ध संघाः।’ मंत्र का जप करना चाहिए। कहते हैं कि इस मंत्र का 3000 जप करने से लाभ होता है। लेकिन अगर कभी दोबारा पढ़ने की आवश्यकता हो तो मिट्टी के शुद्ध पात्र या अन्य पात्र में जल लेकर 7 बार मंत्र पढ़ कर दाहिने हाथ की तर्जनी उंगली जल में फिरा दें। उसी जल को रोगी को पिला दें, शेष कुछ जल उसके अंगों में छिड़क दें। यह प्रक्रिया नियमित रूप से करें।
कोर्ट-कचेहरी के मामले में परेशान हों तो
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार अगर कोई जातक कोर्ट-कचेहरी के मामले में परेशान हो तो उसे नियमितरूप से ‘हं हनुमते रुद्रात्म्काय हूं फट्।’ मंत्र का 1 लाख जप करना चाहिए। लेकिन ध्यान रखें कि जब भी जप करें तो मन में श्रीराम और माता सीता का ध्यान करें। इसके बाद शुद्ध स्थान में घी का दीपक जलाकर जप करें। ऐसा करने से न केवल कोर्ट-कचेहरी से राहत मिलती है बल्कि बिगड़े कार्य भी सुधरने लगते हैं।
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