इस प्रकार भगवान शिव को करें प्रसन्न, जीवन से दरिद्रता होगी दूर
By: Kratika Wed, 03 Jan 2018 12:36:03
भगवान शिव को भोले भंडारी, नीलकंठ, जटाधारी जैसे कई नामों से जाना जाता हैं। नाम स्वरुप शिव शंकर है भी भोले। जो भक्तों की सेवा से जल्द ही प्रसन्न होते हैं और उनकी इच्छा पूरी करते हैं। वो गीत तो आपने सुना ही होगा "शिव ही सत्य है, शिव ही सुन्दर, शिव ही शिव है सबके अन्दर" जो की बिलकुल सत्य है। शिव से अनूठा कोई नहीं हैं और शिवजी अपने भक्तों का बहुत ख्याल रखते हैं। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह से आप भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं और अपना जीवन सुखद बना सकते हैं।
* जल मंत्रों का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर जल चढ़ाने से हमारा स्वभाव शांत और स्नेहमय होता है। केसर शिवलिंग पर अर्पित करने से हमें सौम्यता मिलती है। महादेव का शक्कर से अभिषेक करने से सुख और समृद्धि बढ़ती है। ऐसा करने से मनुष्य के जीवन से दरिद्रता चली जाती है। शिवलिंग पर इत्र लगाने से विचार पवित्र और शुद्ध होते हैं। इससे हम जीवन में गलत कामों के रास्ते पर जाने से बचते हैं। शिव-शंकर को दूध अर्पित करने से स्वास्थ्य हमेशा अच्छा रहता है और बीमारियां दूर होती हैं। पार्वतीपति को दही चढ़ाने से स्वभाव गंभीर होता है और जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं। भगवान शंकर पर घी अर्पित करने से हमारी शक्ति बढ़ती है। शिवजी को चंदन चढ़ाने से हमारा व्यक्तित्व आकर्षक होता है। इससे हमें समाज में मान-सम्मान और यश मिलता है। भोलेनाथ को शहद चढ़ाने से हमारी वाणी में मिठास आती है।औघड़-अविनाशी शिव को भांग चढ़ाने से हमारी कमियां और बुराइयां दूर होती हैं।
* लाल व सफेद आंकड़े के फूल से भगवान शिव का पूजन करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है। चमेली के फूल से पूजन करने पर वाहन सुख मिलता है। अलसी के फूलों से शिव का पूजन करने पर मनुष्य भगवान विष्णु को प्रिय होता है। शमी वृक्ष के पत्तों से पूजन करने पर मोक्ष प्राप्त होता है। बेला के फूल से पूजन करने पर सुंदर व सुशील पत्नी मिलती है। जूही के फूल से भगवान शिव का पूजन करें तो घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती। कनेर के फूलों से भगवान शिव का पूजन करने से नए वस्त्र मिलते हैं। हरसिंगार के फूलों से पूजन करने पर सुख-सम्पत्ति में वृद्धि होती है। धतूरे के फूल से पूजन करने पर भगवान शंकर सुयोग्य पुत्र प्रदान करते हैं, जो कुल का नाम रोशन करता है। लाल डंठलवाला धतूरा शिव पूजन में शुभ माना गया है। दूर्वा से भगवान शिव का पूजन करने पर आयु बढ़ती है।
* महाशिवरात्रि पर छोटा सा पारद (पारा) शिवलिंग लेकर आएं और घर के मंदिर में इसे स्थापित करें। शिवरात्रि से शुरू करके रोज़ इसकी पूजा करें। इस उपाय से घर की दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मी कृपा बनी रहती है।
* शिवरात्रि पर रात में किसी शिव मंदिर में दीपक जलाएं। शिवपुराण के अनुसार कुबेर देव ने पूर्व जन्म में रात के समय शिवलिंग के पास रोशनी की थी। इसी वजह से अगले जन्म में वे देवताओं के कोषाध्यक्ष बने।
* संतान की कामना करते हैं तो शिवलिंग पर गेहूं चढ़ाएं। इसके अलावा सुयोग्य पुत्र की प्राप्ति हेतु शिवलिंग पर धतूरे के फूल अर्पित करें, महादेव आपकी प्रार्थना अवश्य सुनेंगे।
* अगर परिवार के किसी सदस्य को तेज बुखार अपनी चपेट में लिए हुए है तो शिवलिंग पर जल अर्पित करें। इस समस्या से जल्द ही छुटकारा मिलेगा।
* शारीरिक दुख और दुर्बलता से मुक्ति पाने के लिए शिवलिंग पर गाय के दूध से बना शुद्ध देसी घी चढ़ाएं। लंबी उम्र की कामना हेतु दूर्वा से भगवान शिव की पूजा करें।