श्रीकृष्ण को चढ़ाएं इन 4 में से 1 चीज लेकिन 13 जून से पहले, खुलेंगे किस्मत के दरवाजे

By: Priyanka Maheshwari Mon, 04 June 2018 12:04:29

श्रीकृष्ण को चढ़ाएं इन 4 में से 1 चीज लेकिन 13 जून से पहले, खुलेंगे किस्मत के दरवाजे

सौर वर्ष और चांद्र वर्ष में सामंजस्य स्थापित करने के लिए हर तीसरे वर्ष पंचांगों में एक चान्द्रमास की वृद्धि कर दी जाती है। इसी को अधिक मास या अधिमास या मलमास कहते हैं। हिन्दू शास्त्रों में 'अधिक मास' को बड़ा ही पवित्र माना गया है, इसलिए 'अधिक मास' को 'पुरुषोत्तम मास' भी कहा जाता है। 'पुरुषोत्तम मास' अर्थात् भगवान पुरुषोत्तम का मास।

शास्त्रों के अनुसार 'अधिकमास' में व्रत पारायण करना, पवित्र नदियों में स्नान करना एवं तीर्थ स्थानों की यात्रा का बहुत पुण्यप्रद होती है। वर्ष 2018 में 'अधिक मास' 16 मई से 13 जून के मध्य रहेगा। इस वर्ष ज्येष्ठ मास की अधिकता रहेगी अर्थात् इस वर्ष दो ज्येष्ठ मास होंगे। 'अधिक मास' की मान्यता 16 मई से 13 जून होगी। यानि आज की तारीख से बात की जाये तो अधिक मास के 11 दिन ही शेष बचे हैं।

धर्म ग्रंथों के अनुसार, ये महीना भगवान श्रीकृष्ण को विशेष रूप से प्रिय है। इस महीने में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से जीवन का हर सुख मिल सकता है। बचे हुए अधिक मास के दिनों में अगर भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न कर लिया जाए तो आपका आने वाला समय अच्छा साबित हो सकता है। अगर आपकी कोई इच्छा पूरी नहीं हो पा रही हो तो 13 जून से पहले भगवान श्रीकृष्ण को कुछ खास चीजें चढ़ाएं उचित फल की प्राप्ति होगी
1. मोर पंख

मोर पंख बहुत से देवताओं का प्रिय आभूषण है लेकिन भगवान श्रीकृष्ण को ये विशेष तौर पर पसंद है। तो अधिक मास में भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर में मोर पंख या मोर मुकुट अर्पित करें। इससे भगवान श्रीकृष्ण की कृपा आप पर बनी रहेगी और आपकी हर इच्छा पूरी हो सकती है।

2. तुलसी की माला

श्रीकृष्ण की पूजा में तुलसी का उपयोग विशेष रूप से किया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण के मंत्रों का जाप तुलसी की माला से किया जाता है। इसलिए श्रीकृष्ण को तुलसी की माला भेंट करें।

3. बांसुरी

भगवान श्री कृष्ण को पांच चीजों से बहुत प्रेम है, एक उनकी बांसुरी जो हमेशा उनके होंठों से लगी रहती है। हर चित्र या मूर्ति में भगवान श्रीकृष्ण के हाथ में बांसुरी दिखाई देती है। अधिक मास में भगवान श्रीकृष्ण को बांसुरी अर्पित करने से आपकी धन संबंधी समस्याओं का अंत हो सकता है।

4. रेशमी पीले वस्त्र

भगवान श्रीकृष्ण को पीतांबरधारी भी कहते हैं यानी पीले वस्त्र पहनने वाला। इसलिए 13 जून से पहले भगवान श्रीकृष्ण को रेशमी पीले वस्त्र अर्पित करें। इससे आप पर भगवान की कृपा बनी रहेगी।

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