फीमेल कंडोम से जुड़ी दिलचस्प बातें, जानकर रह जाएंगे हैरान
By: Ankur Sat, 03 Nov 2018 12:13:39
सेफ सेक्स के लिए जिस तरह पुरुषों के लिए कंडोम इस्तेमाल किया जाता हैं, उसी तरह से महिलाओं के लिए भी कंडोम आता हैं। इसे भारत में आए हुए एक दशक हो चुका हैं, लेकिन आज भी कई लोग इससे अनजान हैं। इसलिए आज हम आपके लिए फीमेल कंडोम से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें लेकर आए हैं, जिनकी जानकारी आपको हैरान कर देगी। तो आइये जानते है इस बारे में।
* भारत में लॉन्च हुआ पहला फीमेल कंडोम
भारत में 7 अप्रैल, 2006 में पहला फीमेल कंडोम निर्मित किया गया था। इसे आधिकारिक तौर पर सरकार ने लॉन्च किया था। इसे ‘वेलवेट’ ब्रांड के ज़रिये बेचा जा रहा है। इस पैकेट में 3 कंडोम होते हैं, जिसकी कीमत 150 रुपए है। इसे सरकारी कंपनी एचएलएल बनाती है।
* एचआईवी संक्रमण के खतरे को 94-97 फ़ीसदी कम कर सकता है
कई अध्ययनों के अनुसार मेल कंडोम एचआईवी के खतरे को 80-95 फ़ीसदी जबकि फीमेल कंडोम 94-97 फ़ीसदी तक कम करता है। इसका मतलब ये हुआ कि अगर महिलाओं को इसके इस्तेमाल का सही तरीका बताया जाए, तो काफी हद तक यौन संचारित रोगों से बचा जा सकता है।
* यूएस एफडीए द्वारा केवल 2 तरह के फीमेल कंडोम को मिली है मान्यता
अमेरिका में एफडीए द्वारा केवल दो तरह के फीमेल कंडोम को मान्यता मिली हुई है। इन्हें फीमेल हेल्थ कारपोरेशन नामक कंपनी बनाती है। इसमें से एक कंडोम एफसी2 को साल 2009 में मान्यता मिली थी। ये एक सोफ्टर मटेरियल से बना होता है। हालांकि यूएस में कई कंपनी फीमेल कंडोम बनाती हैं लेकिन इन्हें अभी एफडीए से मान्यता नहीं मिली है।
* फीमेल कंडोम के हैं विभिन्न प्रकार
दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न प्रकार के फीमेल कंडोम उपलब्ध हैं। उदहारण के लिए ‘दी क्यूपिड’ कंडोम भारत में भी उपलब्ध होता है। ये वेनिला सुगंधित महिला कंडोम सफेद और गुलाबी कलर में आता है। इसके अलावा इंडियाना यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक कंडोम का विकास किया जिसे ‘इलिप्टिकल’ कंडोम कहते हैं, ये योनि के आकार का होता है। इसलिए इसका इस्तेमाल आसान है। इसके अलावा 2012 में भी शोधकर्ताओं ने एचआईवी के खिलाफ एक कंडोम विकसित करने की कोशिश की।