जासूसी दुनिया में प्रसिद्द है ये महिला, कई मर्दों के साथ बनाए शारीरिक संबंध, मिली रूह कंपा देने वाली मौत
By: Ankur Mon, 05 Aug 2019 07:07:47
हर इंसान के अंदर एक जासूस होता हैं जो सवालों से घिरा होता हैं और उनके जवाब ढूंढता रहता हैं। जिन लोगों का पेशा ही जासूसी हो वे हमेशा सवालों और खतरों से घिरे होते हैं। जासूस का नाम आते ही सभी के जहन में मर्दों की छवी बनने लगती है जबकि इतिहास में एक ऐसी महिला जासूस भी हुई हैं जिसने अपने कारनामों से कई मर्दों को पीछे छोड़ दिया हैं। अपने हुस्न, खूबसूरती और दिमाग की बदौलत इस महिला जासूस ने कई राज के बारे में पता लगाया हैं।
इस महिला जासूस का नाम है माता हारी, जिसने जासूसी की दुनिया में अपने समय में मर्दों को भी पीछे छोड़ दिया था। दुनिया में कहीं भी जब महिला जासूसों का जिक्र होता है, तो माता हारी का नाम सबसे ऊपर लिया जाता है।
वैसे तो माता हारी का जन्म वर्ष 1876 में नीदरलैंड में हुआ था, लेकिन उनकी परवरिश पेरिस में हुई थी। माता हारी का असली नाम गेरत्रुद मार्गरेट जेले था। वह एक जासूस होने के साथ-साथ बेहतरीन डांसर भी थीं। कहते हैं कि माता हारी ने जासूसी की दुनिया में रहते हुए कई लोगों से शारीरिक संबंध बनाए, क्योंकि इसके बिना उनसे गुप्त सूचनाएं निकालने का और कोई तरीका भी नहीं था। कहा यह भी जाता है कि कई देशों के बड़े सेना अधिकारियों से भी उनके नजदीकी संबंध थे।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, जर्मनी ने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान माता हारी को पैसे के बदले जानकारियां साझा करने का प्रस्ताव दिया था और इस तरह वह जर्मनी के लिए जासूस बन गईं। हालांकि उन्हें दोहरा जासूस माना जाता था।
स्पेन जाते समय इंग्लैंड के फालमाउथ बंदरगाह पर ब्रिटिश खुफिया एजेंसी ने माता हारी को गिरफ्तार कर लिया। दरअसल, फ्रांस और ब्रिटेन की जासूसी एजेंसियों को शक था कि वो जर्मनी के लिए जासूसी करती हैं। इस बात के पुख्ता सबूत न होने के बावजूद उन पर डबल एजेंट होने का आरोप लगा कर फ्रांस में उन्हें गोलियों से भून कर मौत के घाट उतार दिया गया था। माता हारी की मौत के बाद उनके शव को पेरिस के मेडिकल स्कूल को दे दिया गया था, जिसे चीरफाड़ में प्रयोग किया गया। बाद में उनके चेहरे को एनाटॉमी म्यूजियम में रखा गया, लेकिन 22 साल पहले उनका चेहरा अचानक वहां से गायब हो गया, जो आजतक नहीं मिला।