
भरतपुर: बुधवार को शहर में एक विवाह समारोह में पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने दावा किया कि स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) और इंटेंसिव रिवीजन की आड़ में पूरे देश में मतदाता सूची से छेड़छाड़ हो रही है। उनके अनुसार विपक्षी दलों के समर्थकों को टारगेट कर उनके नाम लिस्ट से हटाए जा रहे हैं, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गहरा खतरा खड़ा हो गया है।
बीएलओ बढ़ते दबाव में, कई ने दी जान—जितेंद्र सिंह का बड़ा आरोप
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देशभर में बूथ लेवल ऑफिसरों (BLO) पर इतना अधिक दबाव बनाया जा रहा है कि करीब दो दर्जन बीएलओ आत्महत्या करने पर मजबूर हो गए। उन्होंने कहा कि कई सुसाइड नोट्स में स्पष्ट रूप से लिखा मिला है कि अधिकारियों पर वोटर लिस्ट में हेरफेर करने और नाम हटाने के लिए जोर डाला जा रहा था। उन्होंने आगे कहा, “दिन-रात ड्यूटी लगाई जा रही है, निश्चित संख्या में नाम काटने का टारगेट दिया जा रहा है। लगातार दबाव के कारण बीएलओ मानसिक रूप से टूटते जा रहे हैं।”
अचानक SIR की आवश्यकता क्यों पड़ी?
जितेंद्र सिंह ने यह भी प्रश्न उठाया कि वर्षों से जनवरी और जुलाई में सामान्य प्रक्रिया में मृतकों के नाम हटाए जाते रहे और नए मतदाताओं को जोड़ा जाता रहा—तो फिर अचानक विशेष संशोधन अभियान शुरू करने का क्या औचित्य है? उनका दावा है कि यह प्रक्रिया ईमानदार चुनावी सुधार के लिए नहीं, बल्कि “राजनीतिक फायदे” की रणनीति के तहत चलाई जा रही है। कुछ राज्यों में विपक्षी वोटरों के नाम संगठित रूप से हटाए गए और मतदाता सूची को मनमाने तरीके से संपादित किया गया।
ग्रामीण मतदाताओं के चौंकाने वाले हलफनामे
भंवर जितेंद्र सिंह ने यह सनसनीखेज दावा भी किया कि कई पंचायतों और गांवों में बड़ी संख्या में मतदाता एफिडेविट देने को तैयार हैं कि उन्होंने जिस पार्टी को वोट दिया, ईवीएम में उसका वोट किसी दूसरी पार्टी के नाम दर्ज हो गया। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि कुछ गांवों में 400 में से 350–380 लोगों ने ऐसे शपथ पत्र देने की इच्छा जताई है। उनके अनुसार, इस मुद्दे पर अंदरूनी तौर पर बड़ी नाराजगी और आंदोलन की स्थिति है, परंतु मुख्यधारा मीडिया में “सेंसरशिप” के कारण यह आवाजें बाहर नहीं आ पा रहीं। सोशल मीडिया पर इसके संकेत जरूर दिखाई दे रहे हैं।
राहुल गांधी पेश करेंगे पुख्ता सबूत
कांग्रेस नेता ने घोषणा की कि जल्द ही राहुल गांधी मतदाता सूची में गड़बड़ियों, बीएलओ पर दबाव और वोट कटौती से जुड़े ठोस प्रमाण देश के सामने रखेंगे। उन्होंने कहा कि ये सबूत भाजपा सरकार और चुनाव आयोग दोनों के लिए एक कड़ी चुनौती साबित होंगे। आर्थिक मोर्चे पर भी उन्होंने केंद्र सरकार पर प्रहार करते हुए कहा, “कभी कहा जाता था कि रुपया और डॉलर बराबर हो जाएंगे, लेकिन आज डॉलर 90 रुपये से ऊपर पहुंच गया है। इससे आयात महंगा हो गया, निर्यात कमजोर हुआ और रक्षा उपकरणों की कीमतें कई गुना बढ़ गईं।” उन्होंने दावा किया कि आम नागरिक बढ़ती महंगाई की मार झेल रहा है।
भरतपुर की हालत पर चिंता व्यक्त
कार्यक्रम में जितेंद्र सिंह ने भरतपुर जिले की स्थिति पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री का गृह जिला है और उनकी राजनीति की शुरुआत भी यहीं से हुई थी, लेकिन आज जिले के हालात बेहद दयनीय हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि “भरतपुर शहर की स्थिति गांवों से भी अधिक खराब है, और यह स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है।”














