
राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ का असर अब समाप्त हो चुका है और मौसम एक बार फिर शुष्क होते हुए सर्दी के मौसम की ओर बढ़ रहा है। अगले एक सप्ताह तक राज्यभर में बारिश की कोई संभावना नहीं है, जबकि तापमान में धीरे-धीरे गिरावट का दौर शुरू हो चुका है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 5 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है, जिससे सर्द हवाओं और कोहरे का असर और तेज महसूस होगा।
दिन में धूप, रात में सर्दी का असर बढ़ा
पिछले 24 घंटों के दौरान राजस्थान का मौसम सामान्य रूप से शुष्क रहा। शुक्रवार को अधिकांश हिस्सों में दिनभर तेज धूप खिली रही, लेकिन जैसे ही सूरज ढला, ठंड का असर बढ़ने लगा। बाड़मेर में अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि नागौर में न्यूनतम तापमान मात्र 6.7 डिग्री तक पहुंच गया। यह तापमान अंतर साफ तौर पर दर्शाता है कि सर्दी अब धीरे-धीरे दस्तक दे चुकी है।
मौसम विभाग की चेतावनी — कोहरा बढ़ेगा, तापमान गिरेगा
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि 8 नवंबर से 20 नवंबर के बीच राजस्थान में मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन ठंड लगातार बढ़ती जाएगी। खासकर पूर्वी और दक्षिणी जिलों में तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री तक कम रह सकता है। साथ ही, सुबह और देर रात के समय घना कोहरा छाने की भी संभावना जताई गई है, जिससे सड़क यातायात पर असर पड़ सकता है।
राज्य के कई हिस्सों में गिरा तापमान
शुक्रवार को दर्ज अधिकतम तापमान के अनुसार, अजमेर में 28.7 डिग्री, भीलवाड़ा में 28.5 डिग्री, अलवर में 28.0 डिग्री, जयपुर में 29.3 डिग्री, पिलानी में 30.5 डिग्री, सीकर में 27.0 डिग्री, कोटा में 28.2 डिग्री, और चित्तौड़गढ़ में 29.3 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं पश्चिमी राजस्थान के जिलों में बाड़मेर में 34.1 डिग्री और जैसलमेर में 33.3 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। बीकानेर, जोधपुर, चूरू और श्रीगंगानगर जैसे जिलों में भी पारा 30 डिग्री के आसपास रहा।
अगले दिनों में बढ़ेगी सर्दी की रफ्तार
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे-जैसे हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी होगी, राज्य के उत्तरी हिस्सों में पारा तेजी से गिरेगा। झुंझुनूं, सीकर, नागौर और अलवर जैसे जिलों में तापमान 5 डिग्री तक नीचे जाने की संभावना है। इसके अलावा, पहाड़ी और खुली जगहों पर सुबह-सुबह घना कोहरा देखने को मिल सकता है।
लोगों के लिए सलाह
मौसम विभाग ने नागरिकों को चेतावनी दी है कि सुबह और रात के समय यात्रा करते वक्त सतर्क रहें, क्योंकि दृश्यता में कमी आ सकती है। बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाने के लिए गरम कपड़ों का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।














