
राजस्थान में लगातार बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं ने राज्य सरकार को सतर्क कर दिया है। हाल ही में जोधपुर और जयपुर में हुए भीषण हादसों के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। इस बैठक में उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा पर लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम ने कहा कि ट्रैफिक नियमों का बार-बार उल्लंघन करने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किए जाएं और दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ठोस एक्शन प्लान तैयार किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाईवे के आसपास के सभी अवैध अतिक्रमण तुरंत हटाए जाएं, अवैध कटों को बंद किया जाए और ओवरलोडिंग के मामलों में कड़ी कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा सिर्फ पुलिस या परिवहन विभाग की नहीं, बल्कि पूरे प्रशासन की जिम्मेदारी है।
अधिकारियों की जवाबदेही तय होगी
सीएम भजनलाल शर्मा ने सख्त लहजे में कहा कि जो अधिकारी समय पर कार्रवाई नहीं करेंगे, उनके खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” की नीति के तहत कठोर अनुशासनात्मक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जो डॉक्टर या अधिकारी ड्राइवरों की आंखों की जांच में लापरवाही बरतते हैं, उन पर भी कार्रवाई की जाए। सीएम ने भारी वाहनों के चालकों की विजुअल टेस्टिंग अनिवार्य करने का आदेश दिया।
ओवरस्पीड और शराब पीकर ड्राइविंग पर सस्पेंशन तय
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो ड्राइवर बार-बार ओवरस्पीड करते हैं या शराब के नशे में वाहन चलाते हैं, उनके लाइसेंस तुरंत निलंबित किए जाएं। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा अभियान के तहत चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स को सुधारने का काम प्राथमिकता पर किया जाएगा। जयपुर-दिल्ली, जयपुर-अजमेर, जयपुर-कोटा और जयपुर-मुंबई हाईवे पर विशेष निगरानी बढ़ाई जाएगी।
ट्रांसपोर्ट कंपनियों की जिम्मेदारी तय होगी
सीएम ने निर्देश दिया कि ओवरलोडिंग और ओवरस्पीडिंग में शामिल ट्रांसपोर्ट कंपनियों की जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने कहा कि दोषी कंपनियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। भजनलाल शर्मा ने यह भी जोड़ा कि सर्दियों के मौसम में कोहरे की वजह से दुर्घटनाएं बढ़ जाती हैं, इसलिए सभी हाईवे पर रिफ्लेक्टर लगाना, सड़क की मरम्मत और किनारों की सफाई तुरंत पूरी की जाए। उन्होंने जिलों के अधिकारियों से कहा कि 15 नवंबर तक सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी कार्य पूरे कर लिए जाएं।
हाईवे किनारे अवैध ढाबों और पार्किंग पर रोक
मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे बने सभी अवैध ढाबों, पार्किंग और दुकानों को तत्काल हटाया जाए। उन्होंने एनएचएआई और स्थानीय प्रशासन को यह भी निर्देश दिया कि दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर के किनारे बने अवैध निर्माणों को हटाने की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए।
घायलों की मदद करने वालों को मिलेगा सम्मान
सीएम भजनलाल शर्मा ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि सड़क हादसों में घायल लोगों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने के लिए लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने वाले आम नागरिकों को राज्य सरकार की ओर से सम्मानित किया जाएगा।
नो एंट्री जोन में सख्त पाबंदी
सीएम ने कहा कि नो एंट्री जोन में भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाए। उन्होंने जयपुर पुलिस आयुक्त को रात के समय ट्रैफिक व्यवस्था को और मजबूत करने और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने कहा कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों और उनकी कंपनियों दोनों के खिलाफ समान रूप से कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि नए और नवीनीकृत ड्राइविंग लाइसेंस जारी करते समय वाहन चालकों को सभी सुरक्षा नियमों की जानकारी देना अनिवार्य किया जाए। उन्होंने कहा — “राज्य में हर सड़क पर सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, और इसके लिए कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”














