
राजस्थान से एक और दुखद खबर सामने आई है, जहां धौलपुर जिले में बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) अनुज गर्ग (42) की शनिवार (29 नवंबर) देर रात अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। परिजन उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। परिजनों का कहना है कि बीएलओ पर SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) अभियान के काम का लगातार दबाव पड़ता था, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। हालांकि, मौत की वास्तविक वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी।
घटना की जानकारी मिलने पर सुबह पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। इस मामले पर अभी तक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है।
रात 1 बजे फॉर्म अपलोड करते समय तबीयत बिगड़ी
मिली जानकारी के अनुसार, घटना उस रात करीब 1 बजे की है, जब अनुज हर दिन की तरह मतदाताओं के फॉर्म का डेटा अपलोड कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने चाय मंगाई, लेकिन चाय पीने से पहले ही अचानक बेहोश हो गए। परिजन उन्हें लेकर तुरंत जिला अस्पताल पहुंचे, जहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने अनुज गर्ग को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन शव को घर ले गए।
परिजन बोले – लगातार दबाव ने किया कमजोर
मृतक की बहन वंदना गर्ग ने बताया कि उनके भाई अनुज को धौलपुर शहर के गौशाला सेक्टर की भाग संख्या 158 की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। SIR कार्य के कारण उन्हें अक्सर देर रात तक, कभी-कभी रात 2 बजे तक भी काम करना पड़ता था। वंदना का कहना है कि लगातार काम का दबाव और तनाव अनुज की स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ावा दे रहा था, जिससे उनकी अचानक मौत हुई।
बीएलओ के काम का तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है
जानकारी के अनुसार, विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के तहत बूथ स्तर के अधिकारी मतदाता सूची अपडेट करने और फॉर्म अपलोड करने के लिए लंबे समय तक रात में भी काम करते हैं। इस प्रक्रिया के कारण कई बीएलओ शारीरिक और मानसिक दबाव में रहते हैं। धौलपुर की यह घटना इस बात को उजागर करती है कि समय की कमी और लगातार काम का बोझ अधिकारियों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकता है।














