
झालावाड़: भवानीमंडी थाना पुलिस ने एक ऐसे अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो ट्रकों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर अपनी असली पहचान छिपाते हुए भारी धोखाधड़ी को अंजाम देता था। यह गैंग एक संतरा व्यापारी का 12 टन से अधिक माल हड़पकर फरार हो गया था और रास्ते में ही उस माल को सस्ते दामों पर बेच डाला। व्यापारी की शिकायत के बाद जब जांच आगे बढ़ी, तब इस बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। पुलिस ने चार मुख्य आरोपियों को हिरासत में ले लिया है, जिनके तार हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही घटना में इस्तेमाल ट्रक को भी जप्त कर लिया गया है।
कैसे सामने आई ठगी की सच्चाई?
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के अनुसार, जिले में फरार और वांछित अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान चल रहा है। इसी दौरान भवानीमंडी थाने में नागपुरी गेट, अमरावती (महाराष्ट्र) के संतरा व्यापारी यूनुस खान ने लिखित रिपोर्ट दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि उन्होंने भवानी मंडी की संतरा मंडी से 574 कैरेट (कुल 12 टन 300 किलो) संतरे खरीदे थे, जिन्हें कोलकाता भेजने की व्यवस्था की गई थी।
सांवरिया ट्रांसपोर्ट के मालिक वसीम के कहने पर यह माल HR73B2940 नंबर वाले ट्रक में लोड किया गया। चालक मोनू खान को बिल्टी और 40,000 रुपये नकद देकर ट्रक रवाना कर दिया गया। लेकिन माल तय समय पर कोलकाता नहीं पहुंचा। व्यापारी ने चालक से संपर्क करना चाहा तो उसका फोन बंद मिला। इसी पर संदेह गहराया और पूरा मामला पुलिस तक पहुंचा।
गिरोह की चालबाज़ी हुई बेनकाब
जांच में पता चला कि ट्रक चालक मनव्वर उर्फ मोनू और ट्रक मालिक फिरोज ने पहले से ही व्यापारी को ठगने की साजिश रच रखी थी।
उन्होंने अपने ट्रक पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई, झूठा मोबाइल नंबर दिया और अपनी पहचान भी गलत बताई ताकि धोखाधड़ी के बाद कोई उन्हें पकड़ न सके।
जांच में यह भी उजागर हुआ कि ट्रांसपोर्ट मालिक आश मोहम्मद और उसका साथी इदरिश भी इस खेल में शामिल थे। चारों ने मिलकर संतरों को कोलकाता भेजने के बजाय रास्ते में ही बेहद कम कीमत पर मार्केट में बेच दिया और फरार हो गए।
चार आरोपी गिरफ्तार, ट्रक जब्त
भवानीमंडी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए
चालक मनव्वर उर्फ मोनू,
ट्रक मालिक फिरोज,
ट्रांसपोर्ट स्वामी आश मोहम्मद,
और सहयोगी इदरिश
को गिरफ्तार कर लिया।
गिरोह की गतिविधियाँ हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैली हुई थीं। पुलिस ने धोखाधड़ी में प्रयुक्त ट्रक HR67D6338 को बरामद कर लिया है और पूरे नेटवर्क की जांच जारी है।














