
राजस्थान के जालोर जिले में मंगलवार देर रात भारतमाला एक्सप्रेसवे पर रफ्तार और लापरवाही का एक और भयावह उदाहरण देखने को मिला। देवड़ा गांव के पास हुई इस भीषण टक्कर में मोटरसाइकिल सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके दो साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा तब हुआ जब चारों दोस्त एक ही बाइक पर सवार होकर सांचौर की दिशा में गलत साइड से जा रहे थे और सामने से आ रहे एक ट्रक से उनकी सीधी टक्कर हो गई।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि शरीर के अंग अलग हो गए
हादसे का मंजर इतना भयावह था कि एक युवक के हाथ-पैर कटकर मौके पर ही अलग जा गिरे, जबकि दूसरा एक्सप्रेसवे की रेलिंग में फंस गया। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान अभी जारी है और दोनों घायलों को सांचौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहनों का प्रवेश वर्जित, फिर भी हुई लापरवाही
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यह हादसा बाइक सवारों की लापरवाही का नतीजा था। भारतमाला एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहनों की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित है, इसके बावजूद चारों युवक गलत दिशा में तेज रफ्तार से बाइक चला रहे थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र में अक्सर बाइक सवार एक्सप्रेसवे पर बिना किसी रोक-टोक के आ-जा रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बढ़ रहा है।
ट्रक चालक ने दिखाई जिम्मेदारी, भागा नहीं बल्कि दी मदद
घटना की सूचना मिलते ही झाब थाना अधिकारी अरुण कुमार और बीट प्रभारी नरपत सिंह राजपुरोहित पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घायलों को बाहर निकालने और ट्रैफिक नियंत्रित करने का काम शुरू किया। चौंकाने वाली बात यह रही कि ट्रक चालक हादसे के बाद मौके से भागा नहीं बल्कि उसने स्वयं पुलिस को सूचना दी और घायलों की मदद की। प्रारंभिक जांच में बाइक सवारों की गलती सामने आने के कारण फिलहाल ट्रक चालक को हिरासत में नहीं लिया गया है।
पोस्टमॉर्टम और जांच प्रक्रिया जारी
पुलिस ने दोनों मृतकों के शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए हैं। झाब थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और विस्तृत जांच जारी है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि चारों युवक कहां से आ रहे थे और उन्होंने एक्सप्रेसवे जैसी हाई-स्पीड सड़क पर गलत दिशा में जाने का खतरनाक फैसला क्यों लिया।
भारतमाला एक्सप्रेसवे पर हादसों का बढ़ता सिलसिला
गौरतलब है कि भारतमाला एक्सप्रेसवे राजस्थान के कई जिलों से गुजरता है और हाल के महीनों में यहां दुर्घटनाओं की संख्या में चिंताजनक वृद्धि हुई है। तेज रफ्तार, नियमों की अनदेखी और पैदल या दोपहिया वाहनों के प्रवेश ने सुरक्षा को बड़ा खतरा बना दिया है। यह हादसा एक बार फिर यही सवाल उठाता है — क्या एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा मानकों और निगरानी व्यवस्था को और सख्त करने की जरूरत नहीं है?














