
अजमेर के शास्त्री नगर स्थित पशु चिकित्सालय के सामने सोमवार (8 दिसंबर) दोपहर लगभग 12 बजे बड़ा सड़क हादसा हो गया। यहां दो निजी बसें आपस में भीषण रूप से टकरा गईं। प्रत्यक्षदर्शियों और यात्रियों के मुताबिक, दुर्घटना का कारण तेज रफ्तार और ड्राइवर की लापरवाही रही। मकराना से आ रही निजी बस के चालक पर यात्रियों ने आरोप लगाया कि वह लगातार तेज गति से बस चला रहा था और उसने ब्रेक भी समय पर नहीं लगाए। इसी वजह से बस आगे खड़ी दूसरी निजी बस में ज़ोरदार तरीके से जा घुसी। टक्कर इतनी तेज़ थी कि बस के भीतर अफरा-तफरी मच गई और यात्री घबरा गए।
यात्रियों को चेहरे और सिर पर लगी चोटें
दुर्घटना के प्रभाव से बस के अंदर बैठे कई यात्री आगे की सीटों पर जा भिड़े, जिसके कारण उनके चेहरे, नाक, मुंह और जबड़े पर चोटें आईं। सबसे राहत की बात यह रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं लगी, लेकिन हादसे के समय की स्थिति बेहद डरावनी थी। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि अचानक हुए जोरदार झटके से छोटे बच्चों और बुजुर्ग यात्रियों में दहशत फैल गई और बस में चीख-पुकार शुरू हो गई। कई लोग सीटों से गिर पड़े और एक-दूसरे को संभालने की कोशिश करते दिखे।
स्थानीय लोग बने मददगार, घायलों को पहुंचाया अस्पताल
दुर्घटना के बाद आसपास मौजूद स्थानीय लोगों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया। उन्होंने घायल यात्रियों को बस से बाहर निकालने में मदद की और निजी वाहनों व एंबुलेंस की सहायता से उन्हें जवाहरलाल नेहरू अस्पताल (JLN Hospital) पहुंचाया गया। वहां मौजूद चिकित्साकर्मियों ने बताया कि सभी घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया है और उन्हें निगरानी में रखा गया है। अस्पताल स्टाफ के अनुसार, घायलों की स्थिति स्थिर है और फिलहाल किसी को गंभीर खतरा नहीं है।
निजी बसों पर कड़ी कार्रवाई की मांग तेज
यह हादसा एक बार फिर निजी बस संचालन में बढ़ती लापरवाही को उजागर करता है। स्थानीय लोगों ने कहा कि तेज रफ्तार और अनुभवहीन चालकों के कारण आए दिन सड़क हादसे होते हैं, जिसमें यात्रियों की जान खतरे में पड़ती है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि निजी बसों की सख्त जांच की जाए, ड्राइवरों के व्यवहार और ड्राइविंग पैटर्न पर कड़ी निगरानी रखी जाए और नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों पर सख्त कार्रवाई की जाए।














