दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यमुना की सफाई को लेकर दिल्लीवासियों को एक उत्साहजनक खबर दी है। गुरुवार को उन्होंने उन प्रमुख नालों का निरीक्षण किया जो सीधे यमुना में गिरते हैं और प्रदूषण के प्रमुख कारण माने जाते हैं। रेखा गुप्ता ने कहा कि अब पहले की तुलना में साफ अंतर देखा जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि सभी सफाई कार्य तय समयसीमा के भीतर पूरे हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मंत्री परवेश साहिब सिंह ने मिलकर वजीराबाद, नजफगढ़ जैसे बड़े ड्रेनेज पॉइंट्स का दौरा किया। वजीराबाद में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नालों की सफाई का सीधा असर यमुना की स्थिति पर दिख रहा है। उन्होंने बताया कि 22 प्रमुख नालों की गाद को हटाने का कार्य तेजी से चल रहा है और हर एक के लिए एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) तैयार किए जा रहे हैं।
रेखा गुप्ता ने कहा, “हर 15 दिन में इन स्थानों का निरीक्षण किया जा रहा है। हम पिछली विजिट और आज की स्थिति की तुलना करें तो काफी बड़ा फर्क दिखाई दे रहा है। यमुना की सफाई को लेकर सरकार गंभीर है और लगातार काम हो रहा है।”
रेखा गुप्ता ने यमुना में गिरने वाले प्रमुख नालों की सफाई को लेकर जारी कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि काम तेज गति से चल रहा है और निर्धारित सभी लक्ष्य समय पर पूरे हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “जिस रफ्तार से सफाई का काम हो रहा है, जिस तरह मशीनें दिन-रात लगी हैं, उससे साफ है कि सरकार अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध है। हमारा उद्देश्य है कि सभी बड़े नालों से गाद हटाकर एक ऐसा वातावरण बनाया जाए, जहां न केवल हवा शुद्ध हो, बल्कि ये नाले अवरोध रहित होकर यमुना में साफ स्वरूप में मिलें, जिससे नदी प्रदूषित न हो।”
मुख्यमंत्री ने पूर्व की आम आदमी पार्टी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी इस गंभीर समस्या पर ध्यान नहीं दिया। “पिछली सरकार सिर्फ एसी कमरों तक सीमित रही। उन्होंने नालों की स्थिति जानने के लिए कभी मौके पर आने की जरूरत नहीं समझी,” रेखा गुप्ता ने कहा।
उन्होंने यह भी बताया कि जब सरकार निष्क्रिय रही, तब उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने इस अभियान की कमान संभाली और आज भी पूरी तत्परता से इस कार्य में जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार अब एक टीम के रूप में काम कर रही है, और राजधानी को स्वच्छ, स्वस्थ और व्यवस्थित बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।