सवाई माधोपुर: राजस्थान के रणथंभौर नेशनल पार्क से एक बार फिर बाघ के हमले की खौफनाक घटना सामने आई है। शनिवार को जंगल में एक युवक का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान श्यामपुरा निवासी लोहडक्या पुत्र गोविंद मीना के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि वह दो दिन पहले कचिदा माता के दर्शन के लिए निकला था, लेकिन घर नहीं लौटा। शनिवार को चरवाहों ने जंगल में शव और एक कटा हुआ हाथ देखा, जिसके बाद उन्होंने ग्रामीणों को सूचना दी। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि बाघ ने युवक को अपना शिकार बनाया। शव की हालत बेहद खराब थी, जिससे साफ है कि जंगली जानवर ने हमला किया था। कपड़ों के आधार पर ही मृतक की पहचान हो पाई।
सात साल पहले हुई थी शादी, पांच साल का बेटा भी
शव की पहचान श्यामपुरा निवासी लोहडक्या पुत्र गोविंद मीना के रूप में हुई। परिवार वालों ने कपड़ों के आधार पर मृतक की शिनाख्त की। बताया जा रहा है कि लोहडक्या की शादी सात साल पहले हुई थी और उसका पांच साल का बेटा है। वह गांव में ही खेती-किसानी करता था और दो दिन पहले कचिदा माता के दर्शन के लिए घर से निकला था।
चार महीने में बाघ के हमले की दूसरी घटना
जहां शव मिला, वह क्षेत्र दो युवा बाघिन और एक नर बाघ का विचरण क्षेत्र माना जाता है। इनमें टी-125 (रिद्धि), टी-121 और टी-103 शामिल हैं। पिछले चार महीनों में यह दूसरी घटना है, जब बाघ के हमले से किसी व्यक्ति की जान गई। इससे पहले अक्टूबर के अंत में रणथंभौर से सटे उलियाणा गांव के भरत लाल मीणा बकरियां चरा रहे थे, जब एक बाघ ने उन पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। वन विभाग और प्रशासन अब सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की बात कर रहा है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।