दुर्घटनाग्रस्त हुआ यूक्रेनी युद्धबंदियों को लेकर जा रहा रूस का सैन्य परिवहन विमान, 65 लोग सवार थे
By: Rajesh Bhagtani Thu, 25 Jan 2024 00:02:36
मास्को। यूक्रेनी युद्धबंदियों को लेकर जा रहा रूस का सैन्य परिवहन विमान बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस बारे में रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि सैन्य आईएल-76 विमान में 65 लोग सवार थे।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के बेलगोरोड क्षेत्र में बुधवार को एक रूसी इल्यूशिन आईएल-76 सैन्य परिवहन विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। रूसी सुरक्षा सेवाओं से जुड़े चैनल बाजा द्वारा टेलीग्राम मैसेंजर ऐप पर पोस्ट किए गए वीडियो में दिखाई पड़ रहा है कि एक बड़ा विमान जमीन की ओर गिर रहा है और एक विशाल आग के गोले में विस्फोट हो रहा है।
बता दें कि आईएल-76 एक सैन्य परिवहन विमान है जिसे सैनिकों, कार्गो, सैन्य उपकरणों और हथियारों को एयरलिफ्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें पांच लोगों का सामान्य दल होता है और यह 90 यात्रियों तक को ले जा सकता है। हादसा सुबह 11 बजे के आसपास हुआ। वहीं अभी यह भी पता नहीं चला कि दुर्घटना में कोई जीवित बचा है या नहीं।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अधिकारी दुर्घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं और एक विशेष सैन्य आयोग दुर्घटनास्थल पर जा रहा है। ज्ञातव्य है कि इससे पहले बुधवार को, यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने कहा था कि एक बड़ा रूसी मिसाइल हमला यूक्रेन की हवाई सुरक्षा को प्रभावित करने के लिए तैयार किया गया था, जिसमें18 लोग मारे गए और 130 घायल हो गए थे।
Reuters reports - A Russian Ilyushin Il-76 military transport plane crashed on Wednesday in Russia's Belgorod region. Video posted on the Telegram messenger app by Baza, a channel linked to Russian security services, showed a large aircraft falling towards the ground and…
— ANI (@ANI) January 24, 2024
जेलेंस्की ने एक्स में पोस्ट कर कहा कि मंगलवार तड़के 40 से अधिक
बैलिस्टिक, क्रूज़, एंटी-एयरक्राफ्ट और गाइडेड मिसाइलों के इस्तेमाल से तीन
यूक्रेनी शहरों में 130 आवासीय इमारतों, सभी सामान्य घरों पर हमला किया
गया। रूस का हमला राजधानी कीव और दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव में हुआ था।
एक अमेरिकी थिंक टैंक ने कहा कि रूस ने यूक्रेन की वायु सुरक्षा को भेदने
के प्रयास में मंगलवार के हमले में डिकॉय मिसाइलों का इस्तेमाल किया होगा।
वाशिंगटन स्थित इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर ने कहा कि मॉस्को संभवतः
ईरान और उत्तर कोरिया सहित विदेशी देशों से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें हासिल
करने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि वे कुछ परिस्थितियों में अधिक प्रभावी हो
सकते हैं।