भारत के पेरिस जयपुर में PM मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का रोड शो
By: Rajesh Bhagtani Thu, 25 Jan 2024 7:26:35
जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने जयपुर में मेगा रोड शो किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जंतर मंतर में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति मैक्रों को जंतर मंतर का भ्रमण करवाया ।
इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों आमेर किला पहुंचे। इस दौरान उनका वहां स्वागत किया गया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी भी उनके साथ मौजूद रही। इससे पहले मैक्रों जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे थे। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और राज्यपाल कलराज मिश्र ने उनका स्वागत किया। विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहे। मैक्रों गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
दोनों नेता इस वक्त काफी चर्चित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में अयोध्या में राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कर काफी सुर्खियां बटोरी है, वहीं इमैनुए मैक्रॉन अपने दूसरे कार्यकाल को अहम बनाने के लिए हाल ही वहां के शिक्षा मंत्री 34 वर्षीय गैब्रियल अटल को प्रधानमंत्री बनाकर आ रहे हैं। गैब्रियल अटल फ्रांस के पहले गे प्रधानमंत्री हैं। मैक्रॉन इस फैसले के बाद काफी चर्चा में आए हैं।
#WATCH | French President Emmanuel Macron arrives at Amber Fort in Rajasthan Jaipur, meets school students gathered there to welcome him
— ANI (@ANI) January 25, 2024
EAM Dr S Jaishankar and Rajasthan Deputy CM Diya Kumari are also present pic.twitter.com/L7RASMCFmA
दोनों नेताओं के बीच उस वक्त मुलाकात हो रही जब इसी साल भारत में चुनाव
होने वाले हैं और यूरोपीय सांसद के भी चुनाव होने हैं। यही वजह है कि
फ्रांस के राष्ट्रपति का भारत दौरा कई मायने में अहम हो सकता है। अपने
राष्ट्रपति पद को फिर स्थापित करने के लिए मैक्रॉन संघर्ष कर रहे हैं,
जिनके लिए भारत दौरा सबसे अहम माना जा रहा है। इसको लेकर दोनों देश बहुत
उत्साहित हैं। फ्रांस और भारत दोनों धर्मनिरपेक्ष देश हैं, लेकिन भारत में
धर्मनिरपेक्षता को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। इसको लेकर फ्रांस के
राष्ट्रपति मैक्रॉन अपनी बात रख सकते हैं।
पिछले वर्ष जी-20 में
दोनों देशों के प्रमुखों के बीच मुलाकात हुई थी और दोनों देशों के बीच
रक्षा समेत कई अन्य क्षेत्रों के समझौते हुए थे। इन पर आगे क्या कार्रवाई
हुई और दोनों देश आगे कैसे बढ़ेंगे, इस पर जवाब दे सकते हैं।
वैश्विक
मुद्दों को लेकर इजराल-हमा संघर्ष, रूस-यूक्रेन युद्ध, यमन के विद्रोहियों
द्वारा लाल सागर में हमले के कारण आर्थिक स्थिति आदि मुद्दों पर चर्चा कर
सकते हैं। इसके अलावा अमेरिकी चुनाव, अमेरिका की वैश्विक राजनीति पर दोनों
देशों के बीच चर्चा हो सकती है। इन मुद्दों पर दोनों ही देश साझा बयान भी
जारी कर सकते हैं।