पहलागाम में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों द्वारा किए गए हमले में 27 से ज्यादा निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हैं। इस घटना के बाद AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुसलमानों से अपील की है कि वे आगामी जुमे की नमाज में काली पट्टी बांधकर हिस्सा लें। उन्होंने कहा, 'हमारा यह कदम इस्लाम के नाम पर आतंक फैलाने वालों को संदेश देने के लिए है कि हम उनकी घिनौनी हरकतों की निंदा करते हैं।'
ओवैसी ने कहा, 'इस हमले में जिन लोगों की जान गई है, वे हमारे अपने हैं। आतंकवादियों ने जानबूझकर लोगों से धर्म और समुदाय पूछकर उनका कत्ल किया है। यह कायरता और बर्बरता है, जिसे हम किसी भी हालत में स्वीकार नहीं कर सकते।' ओवैसी ने यह भी कहा कि इस आतंकवादी हमले में पाकिस्तान के आतंकवादी शामिल थे, जिनका मुख्य उद्देश्य भारत और कश्मीर में अमन-चैन को खत्म करना था।
पहलगाम के आतंकी हमले के सिलसिले में मेरी अपील: कल जब आप नमाज़-ए-जुम्मा पढ़ने जायेंगे तो आपने बांह पर काली पट्टी बांधकर जाएँ। इस से हम यह पैग़ाम भेजेंगे की हम भारतीय विदेशी ताक़तों को भारत के अमन और इत्तेहाद को को कमजोर करने नहीं देंगे। इस हमले की वजह से शर-परस्तों को हमारे… pic.twitter.com/r6uYdzQiOf
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 24, 2025
ओवैसी ने मुसलमानों से काली पट्टी बांधकर जुमे की नमाज अदा करने की अपील करते हुए कहा, 'यह एक प्रतीकात्मक कदम है, जिससे हम आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश देंगे। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम कभी भी इस्लाम का नाम लेकर निर्दोष लोगों की हत्या करने वालों के समर्थन में नहीं खड़े होंगे।'
उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले के बाद कुछ शर-परस्त तत्व हमारे कश्मीरी भाइयों को निशाना बनाने का प्रयास कर रहे हैं। ओवैसी ने भारतीयों से अपील की कि वे इन शर-परस्तों के जाल में ना फंसे और देश की एकता और अखंडता को बनाए रखें।
ओवैसी ने अंत में कहा, 'लश्कर और उनके जैसे अन्य आतंकवादी संगठन हमारे समाज के दुश्मन हैं, और हमें उन्हें जड़ से खत्म करने के लिए मिलकर काम करना होगा।'