राजस्थान के मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने बुधवार को भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष मदन राठौड़ द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया। राठौड़ ने हाल ही में एक सार्वजनिक बैठक में आरोप लगाया था कि उनका फोन टैप किया जा रहा है, जिससे राज्य सरकार की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है।
ई-मेल पर दिए गए अपने जवाब में मीना ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि उनका फोन टैप किया जा रहा है, लेकिन उन्होंने मीडिया में किसी को यह बात नहीं बताई। उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा पार्टी के लिए काम किया है और मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं।
कांग्रेस ने सीएम के इस्तीफे की मांग की
मीना द्वारा फोन टैपिंग का दावा किए जाने के बाद विपक्षी कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया था, जिससे भाजपा सरकार को शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी।
कांग्रेस ने इस आरोप को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के इस्तीफे की मांग की थी और विपक्ष के नेता टीका राम जूली ने विरोध में राज्यपाल के अभिभाषण पर भाषण भी नहीं दिया था। मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते रहे।
कारण बताओ नोटिस में भाजपा ने कहा कि मीना के बयान से सरकार की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। आप भाजपा के सदस्य हैं और पार्टी टिकट पर सवाई माधोपुर क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं। आप राजस्थान सरकार में मंत्री भी हैं। हाल ही में आपने मंत्रिपरिषद से अपने इस्तीफे की खबर अखबार में छपवाने के लिए उपलब्ध कराई थी।
नोटिस में कहा गया है, "आपने सार्वजनिक बयान देकर भाजपा सरकार पर फोन टैप करवाने का आरोप लगाया है, जो कि गलत है।" इसमें आगे कहा गया है, "बयान देकर आपने भाजपा की बहुमत वाली सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है।"
भाजपा नेताओं ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर जारी कारण बताओ नोटिस में मीना को तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है। राजस्थान में लोकसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीद से कम नतीजे आने के बाद मीना ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
उन्होंने जयपुर में 4 जुलाई को एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मीडिया को अपने इस्तीफे की जानकारी दी। मीना ने कहा था कि उन्होंने जून में ही मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा भेज दिया था, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। मीना ने मंत्री के तौर पर विभागीय फाइलें तो संभाली, लेकिन कैबिनेट की बैठकों में शामिल नहीं हुए।