हैदराबाद एनकाउंट : मेनका गांधी ने कहा - आप लोगों को ऐसे नहीं मार सकते, वे आरोपी थे और वैसे भी कोर्ट से उन्हें फांसी की सजा मिलती
By: Pinki Fri, 06 Dec 2019 1:17:34
हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने पर जहां महिलाओं और लड़कियों समेत देश भर की जनता में खुशी की है। वही पुलिस के इस कदम पर सवाल भी उठ रहे है। बीजेपी की सांसद मेनका गांधी ने इस पूरी घटना पर कहा कि जो हुआ वह बहुत भयानक हुआ इस देश के लिए। आप लोगों को ऐसे नहीं मार सकते हैं। आप कानून को अपने हाथ में नहीं ले सकते हैं। वे आरोपी थे और वैसे भी कोर्ट से उन्हें फांसी की सजा मिलती। उन्होंने कहा कि ऐसा होने लगे तो फिर फायदा क्या है कानून का, फायदा क्या है सिस्टम का। मेनका ने कहा, 'इस तरह तो अदलात और कानून का कोई फायदा ही नहीं, जिसको मन हो बंदूक उठाओ जिसको मारना हो मारो। कानूनी प्रक्रिया में गए बिना आप उसे मार रहे हो तो फिर कोर्ट, कानून और पुलिस का क्या औचित्य रह जाएगा।
#WATCH Maneka Gandhi:Jo hua hai bohot bhayanak hua hai desh ke liye. You can't take law in your hands,they(accused) would've been hanged by Court anyhow. If you're going to shoot them before due process of law has been followed, then what's the point of having courts,law&police? pic.twitter.com/w3Fe2whr31
— ANI (@ANI) December 6, 2019
वकील वृंदा ग्रोवर पुलिस पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की
वही पुलिस द्वारा किए गए इस एनकाउंटर पर सवाल उठने लगे हैं। सुप्रीम कोर्ट की वकील वृंदा ग्रोवर ने पुलिस पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि पुलिस पर मुकदमा दर्ज किया जानिए और पूरे मामले की स्वतंत्र न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए। महिला के नाम में कोई भी पुलिस एनकाउंटर करना गलत है।
रेखा शर्मा ने कहा - एनकाउंटर हमेशा ठीक नहीं होते हैं
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा, 'एनकाउंटर हमेशा ठीक नहीं होते हैं। इस मामले में पुलिस के दावे के मुताबिक आरोपी बंदूक छीन कर भाग रहे थे। ऐसे में शायद उनका फैसला ठीक है। हमारी मांग थी कि आरोपियों को फांसी की सजा मिले, लेकिन कानूनी प्रक्रिया के तहत। हम चाहते थे कि स्पीडी जस्टिस हो। पूरी कानूनी प्रक्रिया के तहत ही कार्रवाई होनी चाहिए। आज लोग एनकाउंटर से खुश हैं, लेकिन हमारा संविधान है, कानूनी प्रक्रिया है।'
विप्लव ठाकुर ने पुलिस पर सवाल उठाए
कांग्रेस की राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर ने तेलंगाना के हैदराबाद में रेप के आरोपियों के एनकाउंटर में मारे जाने पर पुलिस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा, 'तेलंगाना पुलिस से कैसे हथियार छीन लिए। पुलिस हमारी इतनी निकम्मी हो गई है कोई भी हथियार छीन सकता है। लेकर गए हैं तो उनकी पास फ़ोर्स पूरी नहीं थी, कैसे भाग गए? पुलिस सवाल के घेरे में है। भागने देने पर एनकाउंटर कर दिया। सजा के हक़ में हूं लेकिन पुलिस जो बता रही है, मेरा मानना है कि कानून को अपना हाथ में नहीं लेना चाहिए था। इस मामले में जांच होनी चाहिए। पुलिस की लापरवाही है भाग रहे थे तो पैर में गोली मारनी चाहिए थी।
बता दे, तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। यह एनकाउंटर नेशनल हाइवे-44 के पास गुरुवार देर रात हुआ। रिमांड के दौरान पुलिस क्राइम सीन रिक्रिएट कराने के लिए सभी आरोपियों को गुरुवार देर रात घटनास्थल पर ले गई थी। पुलिस पूरे घटना को आरोपियों की नजर से समझना चाह रही थी। पुलिस के मुताबिक चारों आरोपियों ने मौके से भागने की कोशिश की। पुलिस ने चारों आरोपियों को ढेर कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अगर यह आरोपी भाग जाते तो बड़ा हंगामा खड़ा हो जाता इसलिए पुलिस के पास दूसरा कोई रास्ता नहीं था और जवाबी फायरिंग में चारो आरोपी मारे गए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह एनकाउंटर आज तड़के 3 बजे से 6 बजे के बीच हुआ है।
बता दें कि 27-28 नवंबर की दरम्यानी रात को हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत की वारदात को अंजाम दिया गया था। महिला डॉक्टर का जला शव बेंगलुरु हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर अंडरपास के करीब मिला था। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया था, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जिसके बाद हैदराबाद पुलिस ने हिरासत की मांग की तो आरोपियों को 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया था। पुलिस आरोपियों को सीन रिक्रिएट कराने के लिए लेकर गई थी। इस दौरान पुलिस मुठभेड़ में चारों आरोपी मारे गए।