भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने पश्चिम बंगाल सरकार पर विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। उसमें उन्होंने कहा कि संतों और वीरों की भूमि पर ताड़का का शासन हो गया। उन्होंने पश्चिम बंगाल को मुमताज का लोकतंत्र बताते हुए हिंदू कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या, बलात्कार की घटनाओं पर नाराजगी जाहिर की और लिखा- अब टिट फॉर टैट करना ही होगा यानी जैसे को तैसा। उन्होंने कहा कि अब लोगों को असम में शरण लेना पड़ रही है। इसके लिए एकमात्र उपाय राष्ट्रपति शासन और NRC ही है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस महासचिव (मीडिया) केके मिश्रा ने प्रज्ञा ठाकुर पर पलटवार करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में लोकतंत्र की सीता का अपहरण करने पर वे कुछ कहतीं तो बेहतर होता। केके मिश्रा ने कि कोरोना के कहर से लाशों के ढेर से बेखबर प्रज्ञा सिंह अचानक प्रकट हुई। वह भी बंगाल व ममता बनर्जी को लेकर। वह वहां राष्ट्रपति शासन की मांग कर रही हैं। वह यह बतातीं कि भोपाल में कितनी मौतें हुई तो बेहतर होता।
मुमताज लोकतंत्र,हिंदुओं @BJP4Bengal के कार्यकर्ताओं की निर्मम,हत्या,बलात्कार
— Sadhvi Pragya singh thakur (@SadhviPragya_MP) May 5, 2021
हे कलंकिनी..बस्स्स्
शठे शाठ्यम समाचरेत,टिट फॉर टैट करना ही होगा।राष्ट्रपति शासनऔर NRCबस यही उपाय हैं।संतोऔर वीरोंकी भूमि पर ताड़का का शासन हो गया।अबतो "राम" बनना ही होगा।
जय श्री राम @BJP4India @RSSorg
दिग्विजय सिंह को हराया था प्रज्ञा ने
प्रज्ञा ठाकुर ने पिछले चुनाव में भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को हराया था। इसके बाद से वे कई मुद्दों पर विवादित टिप्पणी कर चुकी हैं। इसके बाद भाजपा को किनारा करना पड़ा। ताजा मामले में इसी तरह की टिप्पणी कंगना रनौत कर चुकी हैं, जिनका ट्वीटर हैंडल सस्पेंड किया जा चुका है।
सोनिया गांधी व राहुल गांधी पर साधा था निशाना
पिछले दिनों साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कांग्रेस द्वारा चीन के मामले में खड़े किए जा रहे सवाल पर मीडिया से कहा कि विदेशी महिला के गर्भ से जन्मा कोई भी व्यक्ति राष्ट्रभक्त नहीं हो सकता। चाणक्य ने कहा था कि इस भूमि का पुत्र ही देश की रक्षा कर सकता है। यहां साध्वी का इशारा सोनिया गांधी व राहुल गांधी पर था।