
बच्चों के साथ हवाई यात्रा करना कई माता-पिता के लिए किसी ‘मिशन’ से कम नहीं होता। चाहे आप पहली बार फ्लाइट में बच्चे के साथ सफर कर रहे हों या फिर अनुभवी ट्रैवलर हों, बच्चों की बेचैनी, रोना या लगातार हिलते-डुलते रहना किसी भी यात्रा को चुनौतीपूर्ण बना देता है। फ्लाइट का बंद माहौल, ऊंचाई का दबाव और लंबे समय तक एक ही जगह बैठना बच्चों के लिए असहज हो सकता है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही वाकया वायरल हुआ था, जब दिल्ली से कोलकाता की फ्लाइट में एक बच्चा लगातार रो रहा था और उसकी मां उसे शांत नहीं करा पा रही थी। इस घटना ने पैरेंट्स की चुनौतियों और यात्रियों की सहनशक्ति पर नई बहस छेड़ दी।
सच्चाई यह है कि बच्चे स्वभाव से जिज्ञासु और संवेदनशील होते हैं। ऊंचाई, शोर और केबिन के दबाव जैसी चीजें उनके लिए नई होती हैं, इसलिए उन्हें आरामदायक महसूस कराना माता-पिता की जिम्मेदारी होती है। थोड़ी तैयारी और कुछ स्मार्ट टिप्स आपकी यात्रा को आसान बना सकते हैं। आइए जानते हैं बच्चों के साथ उड़ान भरते वक्त किन कॉमन मिस्टेक्स से बचना चाहिए और क्या अपनाना चाहिए ताकि सफर सबके लिए सुखद हो।
बच्चों के साथ ट्रैवल के स्मार्ट पैरेंट्स टिप्स
1. उड़ान से पहले सही समय पर खिलाएं:
छोटे बच्चों को टेकऑफ और लैंडिंग के समय कानों में दर्द की समस्या हो सकती है। इसे कम करने के लिए उन्हें दूध, पानी या कुछ चबाने को दें। निगलने की प्रक्रिया दबाव को संतुलित करती है और असहजता कम होती है।
2. उनका ध्यान भटकाने वाली चीजें साथ रखें:
बच्चों को व्यस्त रखना सबसे अहम है। उनके पसंदीदा खिलौने, कलरिंग बुक्स, स्टोरीबुक्स या छोटे सरप्राइज टॉय पैक करें। टैबलेट में कार्टून या ऑडियोबुक्स पहले से डाउनलोड कर लें ताकि उन्हें बोरियत महसूस न हो।
3. कानों की सुरक्षा न भूलें:
फ्लाइट का शोर बच्चों के लिए बहुत तेज हो सकता है। इसलिए किड्स-फ्रेंडली इयर मफ्स या इयरप्लग्स साथ रखें। उनके पसंदीदा कंबल या नेक पिलो से उन्हें आरामदायक माहौल मिलेगा और वे आसानी से सो पाएंगे।
4. सीट का चयन सोच-समझकर करें:
संभव हो तो गलियारे (aisle) की सीट लें, ताकि बच्चे को वॉशरूम ले जाने या थोड़ी सैर कराने में आसानी रहे। लंबी फ्लाइट्स के लिए bulkhead सीट बेहतर रहती है, क्योंकि वहां पैर फैलाने की जगह अधिक होती है।
5. फ्लाइट से पहले उन्हें एक्टिव रखें:
बच्चों को एयरपोर्ट पर खुलकर खेलने, दौड़ने या झूलने दें। इससे वे थक जाएंगे और विमान में सोने की संभावना बढ़ जाएगी। अधिकांश एयरपोर्ट पर किड्स प्ले ज़ोन होते हैं—उनका फायदा उठाएं।
6. शोर कम करने वाले हेडफोन्स साथ रखें:
आजकल बाजार में बच्चों के लिए noise-cancelling हेडफोन्स उपलब्ध हैं। इससे वे वीडियो देख सकते हैं या संगीत सुन सकते हैं बिना किसी और को परेशान किए। ये उनके कानों को भी अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करते हैं।
7. पसंदीदा स्नैक्स पैक करना न भूलें:
यात्रा के दौरान बच्चों को भूख जल्दी लगती है। उनके पसंदीदा हेल्दी स्नैक्स, बिस्किट या फल साथ रखें। उड़ान के दौरान नए स्नैक्स ट्राय करने से बचें क्योंकि बच्चे को वह पसंद न आए तो वे और चिड़चिड़े हो सकते हैं।
8. बीच-बीच में हल्की मूवमेंट कराएं:
जब सीट बेल्ट का संकेत बंद हो, तो बच्चे को थोड़ी देर टहलने या स्ट्रेच करने दें। इससे वे रिलैक्स महसूस करेंगे। एयरलाइन स्टाफ भी बच्चों वाले यात्रियों की मदद के लिए प्रशिक्षित होते हैं—जरूरत पड़े तो उनसे सहयोग मांगने में हिचकें नहीं।
बोनस टिप:
हमेशा एक “ट्रैवल इमरजेंसी किट” साथ रखें—जिसमें वाइप्स, अतिरिक्त कपड़े, दवाइयां, और एक छोटा खिलौना जरूर हो। ये छोटी तैयारियां बड़े ट्रैवल स्ट्रेस को कम कर देती हैं।














