गर्भावस्था में बहुत जरूरी हैं सेहत की देखभाल, जानें कैसा हो आपका आहार
By: Priyanka Maheshwari Fri, 03 May 2024 6:12:24
गर्भावस्था का समय किसी भी महिला के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। हर गर्भवती महिला यही चाहती है कि जन्म के समय उसका बच्चा स्वस्थ और तंदुरुस्त हो। इसलिए, प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अपने खान-पान का अधिक ध्यान रखने की जरूरत होती है। गर्भावस्था में महिलाएं जो भी खाती हैं उसका सीधा असर बच्चे पर पड़ता है। गर्भवती महिला के खानपान से ही प्रसव के दौरान होने वाली दिक्कतों से भी बचा जा सकता है। गर्भावस्था में महिलाओं के शरीर को पोषक तत्वों की ज्यादा जरूरत होती है। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जो कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और गुड फैट जैसे सभी न्यूट्रिशन की भरपाई करते हैं। इन्हें हर गर्भवती महिला को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
डेयरी उत्पाद
शिशु के विकास के लिए ज्यादा प्रोटीन और कैल्शियम की जरूरत होगी। 19 से 50 साल तक की उम्र वाली गर्भवती महिला के शरीर को रोजाना 1,000mg कैल्शियम की जरूरत होती है। इसलिए, आप अपने खान-पान में डेयरी उत्पादों को जरूर शामिल करें। दही, छाछ व दूध आदि जैसे डेयरी उत्पाद गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए फायदेमंद होते हैं। ध्यान रहे कि गर्भवती महिला को पॉश्चरीकृत डेयरी उत्पादों का ही इस्तेमाल करना चाहिए। कैल्शियम के लिए डेयरी उत्पाद जरूर खाएं, लेकिन स्किम्ड मिल्क और कम वसा वाले दही का सेवन करें।
नट्स
नट्स सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। प्रेगनेंसी में सुबह खाली पेट बादाम, काजू, मूंगफली और अखरोट खाना लाभकारी हो सकता है। इससे आपको पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, मैग्नीशियम, अमीनो एसिड, जिंक, कैल्शियम और फाइबर मिलेगा। रोज सुबह खाली पेट नट्स खाने से आप पूरे दिनभर एनर्जेटिक रहेंगी। साथ ही नट्स खाने से आपके भ्रूण को भी पर्याप्त पोषक तत्व मिलेंगे। इसके लिए आप रात को नट्स भिगोकर रख दें, फिर सुबह खाली पेट इनका सेवन करें।
पालक
हरी सब्जियों में सारे पोषक तत्व होते हैं। इसमें पालक का सेवन बहुत लाभदायक है। पालक में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और कई सारे मिनरल्स होते हैं। बच्चों के विकास और बेहतर स्वास्थ्य के लिए पालक का सेवन आवश्यक है। गर्भवती महिला को पालक का सेवन करना चाहिए। इससे अजन्मे बच्चे को बेहतर सेहत और तेज दिमाग मिलता है।
अंडा
मां और बच्चे दोनों के लिए प्रोटीन और अमीनो एसिड के मामले में अंडे सबसे बेहतरीन स्रोत होते हैं। अंडे में कई तरह के विटामिन और खनिज पदार्थ जैसे कि कोलिन होता है जो कि शिशु के मस्तिष्क के विकास को बढ़ावा देता है। अंडे को कच्चा या कम पका हुआ न खाएं।
शकरकंद
शकरकंद में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है। यह भ्रूण के विकास के लिए जरूरी है। गर्भवती महिलाओं को विटामिन ए युक्त आहार लेने की सलाह दी जाती है। शकरकंद में लगभग थोड़ी-थोड़ी मात्रा में हर पोषक तत्व मौजूद हैं।
बींस
आप राजमा और सोया खा सकती हैं। बींस को सब्जी, सलाद या पास्ता में डाल सकते हैं। इनमें प्रोटीन, फाइबर और आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम और जिंक जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं।
साबुत अनाज
साबुत अनाज गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इनमें विटामिन्स, प्रोटीन और फाइबर अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं। अगर आप प्रेगनेंट हैं, तो सुबह खाली पेट दलिया, ओट्स और ब्राउन ब्रेड का सेवन कर सकती हैं। इनमें फाइबर अधिक होता है, इससे आप कब्ज और गैस की समस्या से बच सकती हैं। साथ ही आपका पाचन तंत्र भी सही से काम करता है। सुबह खाली पेट साबुन अनाज खाने से पाचन से जुड़ी समस्याओं में भी आराम मिलता है।
एवोकाडो
एवोकाडो ऐसा फल है, जिसे हर गर्भवती महिला को खाने की सलाह दी जाती है। इसमें भरपूर मात्रा में फोलेट होता है, जो गर्भ में पल रहे शिशु के मस्तिष्क और उसकी रीढ़ की हड्डी के विकास के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके अलावा, एवोकैडो में विटामिन-के, पोटैशियम, कॉपर, मोनोअनसैचुरेटेड फैट व विटामिन-ई आदि भी मौजूद होता है। इसलिए, गर्भवती महिला को रोजाना एक एवोकाडो खाने की सलाह दी जाती है।