ये आदतें बन सकती हैं एसिडिटी का कारण, आज से ही छोड़ दें इन्हें
By: Priyanka Maheshwari Tue, 06 Feb 2024 08:02:32
वर्तमान समय की लाइफस्टाइल में कई बार आपको पेट की समस्याओं का सामना करना पड़ जाता हैं। आजकल के दिनों में देखने को मिलता हैं कि जरा भी लापरवाही सेहत पर भावी पड़ती हैं, खासतौर से पेट के लिए। कई लोग एसिडिटी की समस्या का शिकार हो जाते हैं जिसकी वजह से उनके सीने और गले में जलन होने लगती हैं। जलन के चलते कुछ भी खाने-पीने का मन नहीं करता है। अगर आप पेट की गैस को नजरअंदाज करते हैं तो यह लंबे समय तक आपको परेशान कर सकती है। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको यहां बताई जा रही बातों पर गौर करते हुए अपनी कुछ आदतों को बदलने की जरूरत हैं। इन आदतों की वजह से एसिडिटी की समस्या परेशान करती हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...
अनियमित भोजन का समय
भोजन को छोटे-छोटे कण में तोड़ने के लिए पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की जरूरत होती है। अनियमित भोजन के कारण आपके पेट में एसिड बन सकता है और संभावित रूप से एसिड रिफ्लक्स और मतली की शिकायत हो सकती है।
एक ही जगह पर बैठे रहना
काफी देर तक बैठे रहने की वजह से पेट में गैस बनती है। सिटिंग जॉब वालों को इसका ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है। एक ही जगह पर बैठे रहने से खाना पचता नही है और अपच और गैस की समस्या जन्म ले लेती है। अपनी इस आदत को आज ही बदल लें और थोड़े-थोड़े समय में कुर्सी से उठकर टहलें।
कार्बोनेटेड ड्रिंक पीना
अगर आप एसिडिटी के शिकार हैं तो आप भूलकर भी कार्बोनेटेड ड्रिंक पीने से बचें।ऐसा इसलिए क्योंकि कार्बोनेटेड ड्रिंक्स पीने से पेट में गैस और सूजन की समस्या हो सकती है इसलिए इसका सेवन करने से बचें।
हाई फैट खाने का सेवन
उच्च वसा वाले भोजन आपके शरीर पर सबसे ज्यादा बुरा प्रभाव डालते हैं। सबसे पहले हाई फैट वाले फूड दिल की धड़कनों को अनियमित रूप से बढ़ाते हैं, जिससे शरीर में मौजूद एसोफैगस प्रभावित होते हैं। इसके अलावा इस तरह के भोजन का सेवन करने से पेट के अंदर एसिडिटी की समस्या शुरू हो सकती है।
बदलें सोने का तरीका
सोते समय आप अपने ऊपरी बॉडी को ऊंचा रखें और पैर को थोड़ा नीचे। ऐसा इसलिए क्योंकि नींद को पूरा करने से मानसिक हेल्थ अच्छी रहती हैं इससे आपको पेट से जुड़ी बीमारी भी कम होती हैं। वहीं सोते समय यह बात ध्यान रखें कि आप करवट बाएं तरफ हो।
खाना खाने के तुरंत बाद सो जाना
सोने से तुरंत पहले भोजन का सेवन करने से भी एसिडिटी की समस्या शुरू हो सकती है। क्योंकि लेटने पर पेट को पाचन क्रिया करने में मुश्किलें पैदा होती हैं। इसके चलते भी एसिडिटी की समस्या शुरू हो सकती है। खाने के बाद कम से कम 3 घंटे तक लेटने का इंतज़ार करें।
सुबह नाश्ता न करने की आदत को बदल लें
गैस का एक मुख्य कारण खाली पेट को होना भी है। कई लोग सुबह नाश्ता नहीं करते हैं, जिसकी वजह से खाली पेट गैस बनती है। इसलिए सुबह का नाश्ता पेट को हेल्दी रखने और गैस की समस्या से बचने के लिए भी सबसे ज्यादा जरूरी है। सुबह के नाश्ते को कभी स्किप न करें। इससे आपको गैस की समस्या नहीं सताएगी।
रात में अपर्याप्त नींद
नींद की कमी पेट में अधिक एसिड उत्पादन का कारण बन सकती है, जो एलईएस को परेशान करती है, जिससे एसिड एसोफैगस तक पहुंच जाता है और दिल की जलन और एसिड रिफ्लक्स/जीईआरडी के लक्षण पैदा करता है।
तले-भुने से परहेज करें
अगर आप ज्यादा मात्रा में या रोजाना तला भुना खा रहे हैं तो आपको गैस की समस्या होना लाजमी है। पेट की गैस से बचने के लिए आपको तले भुने को खाने से परहेज करना चाहिए। हालांकि सर्दियों में तला भुना आपको लला सकता है लेकिन आपको अपनी डाइट पर कंट्रोल रखना है। ज्यादा मात्रा में तला भुना खाने से न सिर्फ गैस की समस्या हो सकती है बल्कि कब्ज और अपच भी आम है।