'अगर भारत ने नहीं मानी बात, तो सिंधु जल समझौते के लिए छेड़ेंगे जंग, छीन लेंगे 6 नदियों का पानी'; पाकिस्तान की नई गीदड़भभकी

भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों पुराना सिंधु जल समझौता एक बार फिर चर्चा में है, और इस बार वजह बनी है पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की भड़काऊ और उकसावेभरी बयानबाजी।

पाकिस्तान की संसद, यानी नेशनल असेंबली में गरजते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा कि अगर भारत ने सिंधु जल समझौते को लागू नहीं किया तो पाकिस्तान एक और युद्ध के लिए तैयार है। यह बयान तब आया है जब ऑपरेशन सिंदूर के चलते पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन इसके बावजूद बिलावल इसे अपनी 'जीत' बताकर जनता को गुमराह कर रहे हैं।

भुट्टो ने अपने भाषण में कहा, हम सिंधु जल समझौते के लिए आखिरी दम तक लड़ेंगे और भारत से वे तीन नदियां भी छीन लेंगे, जिनके पानी के इस्तेमाल की उसे इजाजत है। अगर भारत ने समझौता खत्म किया, तो हमारी प्रतिक्रिया जंग के रूप में सामने आएगी।

उन्होंने आगे दावा किया कि, भारत ने समझौते को एकतरफा 'होल्ड' पर डाल दिया है, जो अंतरराष्ट्रीय नियमों के खिलाफ है। यह समझौता वर्ल्ड बैंक की देखरेख में हुआ था, और भारत को इसे मानना ही पड़ेगा।

बिलावल ने युद्ध की धमकी देते हुए कहा कि पाकिस्तान की सेना और एयरफोर्स पूरी तरह तैयार है। अगर हमें मजबूर किया गया, तो हम 6 नदियों का पानी लेकर रहेंगे। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि भारत पाकिस्तान पर आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाकर वैश्विक मंचों पर बदनाम करने की साजिश कर रहा है, लेकिन पाकिस्तान ने हर मोर्चे पर जीत हासिल की है।

बिलावल यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि भारत ने अमेरिका और IMF में पाकिस्तान को नीचा दिखाने की कोशिश की, लेकिन वहां भी नाकामी हाथ लगी। अंत में जीत पाकिस्तान की ही हुई। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की साजिश थी कि पाकिस्तान को टेररिस्ट स्टेट घोषित करवा दिया जाए, लेकिन उनकी सारी चालें फेल हो गईं।