पति-पत्नी के बीच अनबन होना आम बात हैं जो कि हर रिश्ते की कहानी हैं। लेकिन कई बार यह अनबन बढ़ते हुए कोर्ट के दरवाजे तक भी पहुंच जाती हैं। इसका एक हैरान करने वाला मामला सामने आया हैं जहां जिसने लोगों को हैरान कर दिया हैं। यहां एक पत्नी ने अपने पति पर रेप का इल्जाम लगाया हैं। लेकिन इसके पीछे की सच्चाई ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया हैं। यह मामला झूठा पाया गया और इसको लेकर जज ने महिला को सजा सुनाई हैं। यह पूरा मामला बेहद हैरान करने वाला हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में।
मामला ब्रिटेन के वोस्टरशायर का है। जहां 61 साल की शैरोन टेलर की शादी 21 साल पहले डेविड से हुई थी लेकिन पिछले कुछ सालों से उनके बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा था। डेविड को कई बार शैरोन ने कहा कि वह अपनी नौकरी छोड़कर घर का काम करे नहीं तो वह उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत कर देंगी। अंग्रेजी वेबसाइट डेली मेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक मार्च से अप्रैल के बीच शैरोन ने डेविड को कई गालीगलौज वाले मैसेज भेजे गए। इस बात का जिक्र डेविड ने पोस्ट ऑफिस में अपने बॉस से भी किया, जिसके बाद उनके बॉस ने उसे सलाह दी कि उन्हें इस मामले की जानकारी पुलिस को देनी चाहिए। लेकिन डेविड ने यह कहकर अपने बॉस को मना कर दिया कि इससे शैरोन के पॉलिटिकल करियर पर असर पड़ेगा। वोस्टरशायर क्राउन कोर्ट में शैरोन स्टॉकिंग ब्लैकमेल के आरोप में दोषी पाया और वहां ये बात भी साबित हो गई कि महिला अपने पति के ऊपर झूठा रेप केस लगा रही थी। इस दौरान यह भी खुलासा हुआ कि महिला का अफेयर किसी और के साथ भी चल रहा था। हालांकि उनको जेल तो नहीं हुई क्योंकि जब उन्हें कोर्ट ने दो साल तीन महीने की सजा सुनाई तो वह कटघरे में खड़े होकर फूंट-फूंटकर रोने लगी। इसके बाद उनकी 2 साल की सजा निरस्त कर दी गई। इसके साथ जज ने आदेश देते हुए कहा कि वह 30 दिन रिहैबलिटेशन में रहेंगी। साथ ही उनके खिलाफ रेस्ट्रेनिंग ऑर्डर भी जारी किया गया। जिसके तहत वो अपने पति से बिल्कुल नहीं मिल सकती। गौरतलब शैरोन मालवर्न टाउन काउंसिल से काउंसलर रह चुकी हैं।