अक्सर देखा जाता हैं कि अदालत में कई मामले ऐसे आते हैं जिनमें सबूत ना होने की वजह से वे लम्बे समय तक खिंच जाते हैं और कई मामलों में गलत सबूतों के आधार पर फैसला भी उल्टा हो जाता हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया इंग्लैंड में जहां अदालत ने एक महिला के पक्ष में फैसला सुना था लेकिन कुछ समय बाद तस्वीरों से सच्चाई सामने आने पर खुलासा हुआ और महिला को कोर्ट द्वारा पांच महीने की सजा सुनाई गई। तो आइये जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में।
दरअसल, 50 वर्षीय लेस्ली एल्डर ने दावा किया था कि उसने साल 2010 में इंग्लैंड के नूनीटेन स्थित एक अस्पताल में ऑपरेशन कराया था, लेकिन अस्पताल ने उसका गलत इलाज किया, जिससे वह चलने-फिरने, काम करने और कहीं भी यात्रा करने में असमर्थ है। साथ ही उसने अदालत को यह भी बताया था कि अस्पताल की गलती के कारण वो अपनी बेटी की हेन पार्टी में भी नहीं जा पाई थी। इसके बाद महिला को मुआवजे के तौर पर अस्पताल ट्रस्ट द्वारा लगभग एक करोड़ नौ लाख रुपये दिए गए थे, जबकि उसने लगभग 22 करोड़ रुपये की मांग की थी। हालांकि अब उसकी सच्चाई सबके सामने आ गई है। दरअसल, महिला का अपनी बेटी और अन्य महिलाओं के साथ एक स्पेनिश नाइट क्लब में डांस करते हुए तस्वीरें सामने आई हैं।
अस्पताल ट्रस्ट ने बाद में महिला के खिलाफ ही केस कर दिया। इस मामले की सुनवाई करने वाले न्यायाधीश ने कहा कि महिला ने दावा किया था कि वह इबीसा में हुए हेन पार्टी में नहीं जा पाई थी, जबकि वास्तव में उसने पार्टी में भाग लिया था। उन्होंने कहा कि अदालत को गुमराह करने का यह एक सटीक प्रयास था। महिला की सच्चाई सामने आने के बाद अदालत ने उसे अवमानना का दोषी पाया और उसे पांच महीने जेल की सजा सुनाई।