अनोखी मान्यता जिसको करने से अगले जन्म में मिलता है संपन्न परिवार

आपने कई लोगों को कहते हुए सुना होगा कि ये काम कर या मत कर नहीं तो अगले जन्म में ऐसा होगा। जिसके चलते व्यक्ति अपने अगले जन्म को अच्छे करने के उपायों के बारे में सोचता रहता हैं। हर व्यक्ति की इच्छा होती है कि हर जन्म में उसे एक संपन्न परिवार मिले और उसे संसाधनों की कोई कमी ना हो। इसी हेतु आज हम आपको एक ऐसी मान्यता के बारे में बताने जा रहे हैं जिस रिवाज को निभाने से अगले जन्म में संपन्न परिवार की प्राप्ति होती है। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

रिवाज के अनुसार बहन अपनी ससुराल में वैशाख के महीने में गांव के तालाब की खुदाई करके मिट्टी से भरकर 108 कुंडे मिट्टी तालाब से बाहर निकालती है। फिर बरसात होती है और तालाब पानी से भर जाता है लेकिन, बहन उस तालाब से एक बून्द भी पानी नहीं पीती है।

भाद्रपद महीने की ग्यारस की तिथि को भाई अपनी बहन की ससुराल आता है और फिर गांव के लोगों के साथ तालाब के किनारे जाते हैं। बहन तालाब में उतरती है और भाई बहन की मनुहार कर उसे तालाब से बाहर लाता है। रीति के अनुसार भाई बहन तालाब के पानी की पूजा करते हैं और फिर भाई अपनी बहन को उसी तालाब का पानी पिलाता है।

यहां मान्यता है ऐसा करने से अगले जन्म में बहन को समंदर की तरह ही भरा-पूरा और संपन्न पीहर मिलता है। इस रिवाज को निभाने में एक गांव की जितनी बहुएं होती हैं वो तालाब से मिट्टी निकालती है। देखते ही देखते तालाब समन्दर सा रूप ले लेता है। जिसका पानी बारह महीने पीने के लिए काम आता है।