आखिर क्यों रखा गया सांप की नई प्रजाति का नाम शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे तेजस पर, जानें वजह

अक्सर आपने देखा होगा कि जब भी कभ कोई नै खोह्ज होती हैं तो उसके नामकरण के पीछे एक विशेष महत्व होता हैं। हाल ही में, महाराष्ट्र के पश्चिमी घाट में सांप की एक नई प्रजाति पाई गई हैं और इस प्रजाति का नाम शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे तेजस पर रखा गया हैं। लेकिन आखिर ऐसा क्यों किया गया, आइये आज हम बताते हैं आपको इसके बारे में।

पुणे स्थित जैव विविधता संरक्षण फाउंडेशन के निदेशक वरद गिरि ने बताया कि सांप की यह प्रजाति आमतौर पर 'बिल्ली सांप' की श्रेणी में आती है और यह बोइगा वंश से संबंध रखती है। इससे संबंधित एक शोध पत्र गुरुवार को बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी में प्रकाशित किया गया है। वरद गिरि ने बताया कि बोइगा वंश के सांप पूरे देश में पाए जाते हैं, लेकिन इसकी कुछ प्रजातियां सिर्फ पश्चिमी घाट में ही पायी जाती हैं। यह सांप सतारा जिले को कोयना क्षेत्र में मिला है। तेजस के बड़े भाई आदित्य ठाकरे ने नई प्रजाति के इस सांप की तस्वीर ट्विटर पर शेयर की है। इस सांप (Snake) का नाम 'ठाकरेज कैट स्नेक' (वैज्ञानिक नाम- बोइगा ठाकरेयी) रखा गया है, क्योंकि इसकी खोज में तेजस ठाकरे का अहम योगदान रहा है। दरअसल, तेजस वन, जंगल और प्राणियों में ज्यादा रुचि रखते हैं।

वरद गिरि के मुताबिक, तेजस ने सांप की इस प्रजाति को पहली बार साल 2015 में देखा था। उसके बाद उन्होंने इसके व्यवहार पर विस्तार से अध्ययन किया। फिर उन्होंने सारी जानकारी जैव विविधता संरक्षण फाउंडेशन को सौंप दिया और शोध में उनकी मदद भी की। वरद गिरि ने बताया कि सांप की यह प्रजाति वानपस्तिक है यानी यह पेड़ों से संबंध रखती है। यह सांप ज्यादातर रात में ही सक्रिय होते हैं। यह लंबाई में तीन फीट तक के हो सकते हैं और सबसे खास बात कि यह विषैले नहीं होते हैं।