आखिर क्यों इस गांव की डेढ़ दर्जन बहुओं ने किया ससुराल छोड़ मायके जाने का फैसला

शादी के बाद हर लड़की अपने ससुराल की इज्जत और सम्मान के लिए हर संभव प्रयास करती हैं और वे अपना हर कदम बहुत सोच-समझकर उठाती हैं। हो सकता हैं किसी परेशानी के चलते कोई बहु अपना ससुराल छोड़कर मायके जाने की सोचें। लेकिन अगर गांव की सभी महिलाएं ऐसा करें तो। जी हां, ऐसा ही कुछ हो रहा हैं उत्तर प्रदेश राज्य के कुशीनगर जनपद में जहाँ गांव की डेढ़ दर्जन बहुएं ससुराल छोड़कर मायके चली गई। इसके पीछे की वजह आपको भी सोचने पर मजबूर कर देगी।

बताया गया है कि शौचालय नहीं होने से जंगल जगदीशपुर टोला भरपटिया में लगभग डेढ़ दर्जन बहुएं ससुराल छोड़कर मायके चली गयीं हैं। इस बारे में दुल्हनों का कहना है कि 'शौचालय के बगैर उन्हें काफी दिक्कत हो रही थी। जबतक ससुराल में शौचालय नहीं बन जाता है तबतक मायके में ही रहेगी।' इसी के साथ मिली जानकारी के तहत जिले के साथ ही जंगल जगदीशपुर गांव भी ओडीएफ हुआ था लेकिन अब सारा सच सामने आया है। यहाँ आज भी बहुत से लोगों के घरों में शौचालय नहीं है। वहीं गांव के ग्राम प्रधान और जिला पंचायतराज अधिकारी एमआईएस और सूची का हवाला दे रहे हैं लेकिन उसमे गरीबों का नाम शामिल क्यों नहीं हुआ इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है।

वहीं शौचालय निर्माण का सच सामने लाने वाली बहुओं का कहना है कि 'गांव के एक तरफ नाला है तो दूसरी तरफ नहर। चारों तरफ पानी लगता है। जिससे बहुत दिक्कतें आती हैं। जबतक ससुराल में शौचालय नहीं बन जाता है तबतक मायके में ही रहेंगी।' हम आप सभी को यह भी बता दें कि टोला भरपटिया की आबादी करीब करीब 1000 है और यहां गरीब तपके के लोग ही रहते हैं जिनके पास शौचालय नहीं है और ना ही शौचालय निर्माण के लिए पैसे।