उत्तर भारत में भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। उत्तर प्रदेश और बिहार में बीते तीन दिनों से भारी बारिश जारी है। इस प्राकृतिक आपदा की वजह से बिहार में अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी पिछले चार दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से ज्यादातर तालाब और नाले ओवरफ्लो हो चुके हैं और उसका पानी सड़कों पर आ चुका है। जिसकी वजह से तालाब के पानी के साथ ही मछलियां भी सड़कों पर आ गईं और रंग बिरंगी मछलियों को तैरते हुए देखकर लोग उसे देखने के लिए वहां जमा हो गए।
सड़कों पर रंग-बिरंगी मछलियों को देखते ही लोगों ने तस्वीर लेनी शुरू कर दी। स्थानीय लोगों के मुताबिक नगर निगम और प्रशासन की लापरवाही से ऐसा हुआ है और सड़कों पर पानी भर गया है। लोगों ने आरोप लगाया कि साफ सफाई और मछलियों का स्थानांतरण दूसरी जगह नहीं किया जाता।
लौटते मॉनसून के प्रकोप ने बिहार में हाहाकार मचा रखा है। पिछले चार दिनों के अंतराल में यूपी में 80 और बिहार में 29 लोगों की मौत हो गई है। वहीं बड़ी संख्या में लोग लापता भी हैं। जानकारी के अनुसार यूपी में शनिवार को 26 और रविवार दोपहर तक 35 लोगों की मौत हो गई। वहीं पटना में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं और शहर में पानी भर गया है। कुछ इलाकों में हालात इतने खराब हैं कि यातायात पूरी तरह से ठप हो चुका है और शहर में घंटों से बिजली आपूर्ति नहीं हो सकी है। पूरा शहर एक बड़ी झील में तब्दील हो गया है।
बताया जा रहा है कि मॉनसून की जोरदार बारिश के लिए सितंबर का महीना 102 सालों में सबसे ज्यादा भिगाने वाला बनने जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक देशभर में सितंबर में औसत बारिश 247.1 मिलीमीटर हुई जो सामान्य से 48 फीसदी अधिक और 1901 के बाद रिकॉर्ड बारिश है। वहीं मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि आने वाले 24 घंटे दोनों ही राज्यों पर और भारी पड़ सकते हैं। दोनों ही राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम कर रही हैं। साथ ही लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने का काम भी युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है।